घटना 18 सितम्बर 2018 की है। झारखण्ड के गढ़वा जिले के घुरकी कस्बे की रहने वाली दो सगी नाबालिंग बहनों को एक तांन्त्रिक ने नशीला पदार्थ खिलाकर अगवा कर लिया। यह घटना उस समय हुई जब दोनों बहनें छुट्टी होने के बाद स्कूल से अपने घर के लिये निकली थी। स्कूल के बाहर शाहीन और सना को विजय उर्फ बाबा नाम का तांन्त्रिक मिला जिसने खुद को उसके पिता का दोस्त बताते हुये उनका हाथ देखने लगा। फिर दोनों बहनों को उसने एक दुकान में ले जाकर छोला खिलाया। छोला खाने के बाद से ही दोनो बहनों का मानसिक संतुलन बिगड़ गया। फिर तांन्त्रिक दोनों बहनों को ट्रेन से लेकर बनारस, फिर चन्दौली होते हुये 24 सितम्बर को बलरामपुर पहुंचा। यहां गौरा चौराहा थाना क्षेत्र के नन्दनगर गांव में संकट यादव के यहां झाड़-फूंक करने के लिये रुका था। तान्त्रिक विजय उर्फ बाबा दोनों बहनों को अपनी भान्जी बताता था। सोमवार की रात छत से गिरकर तान्त्रिक के रीढ की हड्डी टूट गयी। उसके बाद गांव के लोगों को शक होने पर दोनों बहनों को प्रधान के सुपुर्द कर दिया गया। गुरुवार को दोनों बहनों ने होश आने पर अपनी जो आपबीती बताई वो रोंगटे खड़े कर देने वाली थी। सोमवार की रात छत से गिरने के बाद तान्त्रिक विजय उर्फ बाबा की रीढ की हड्डी टूट जाने से वह इन मासूम बच्चियों को कहीं और नही ले जा सका और उसकी पोल खुल गयी।
एसपी ने बताया कि झांरखण्ड के घुरकी थाना में पीड़िता के पिता समशेर खा की ओर से दोनों बेटियों के अपहरण का केस दर्ज है। पुलिस ने दोनों बच्चियों को अपनी अभिरक्षा में ले लिया है और झारखण्ड पुलिस के सम्पर्क में है।