न्याय के लिए खटखटाया मुख्यमंत्री का दरवाजा मामला बलरामपुर जिले के थाना गौरा चैराहा के एक गांव का है, जहां पीड़ित परिवार न्याय के लिए दर-दर भटक रहा है। थक हार के पीड़ित परिवार ने न्याय के लिए मुख्यमंत्री का दरवाजा खटखटाया है। नाबालिग पीड़िता ने बताया कि उसी के गांव के अधेड़ बंशीलाल और उसके पुत्र निब्बर उसकी 12 वर्षीय नाबालिग के साथ लगातार अश्लील हरकत करने का प्रयास व छेडछाड़ करता था। कई बार उसे इस हरकत के लिए टोका भी मगर वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आया।
बंशीलाल ने नाबालिक मासूम के साथ उस समय दुष्कर्म किया, जब वह अपनी छोटी बहन के साथ शौच के लिए गई थी। बंशीलाल ने पास के बगीचे में छोटी बहन को पेड़ से बांध कर उसकी बड़ी बहन के साथ दुष्कर्म किया। पीड़ित पिता ने बताया की बंशीलाल ने मेरी बेटियों को धमकाया था कि अगर इस बारे में किसी से कुछ कहा, तो पूरे परिवार को जान से मार दूंगा। इसलिए उन्होंने डर के मारे इस बारे में कुछ नहीं बताया। कुछ दिनों बाद मेरी बड़ी बेटी के शरीर में सूजन आ गया व दर्द होने लगा। तब पता चला की उसके साथ दुष्कर्म हुआ है। पूछे जाने पर छोटी बेटी ने पूरी बात बताई।
पुलिस ने भी नहीं दिया साथ उन्होंने आगे बताया कि मामले की शिकायत और न्याय के लिए जब मैं कोतवाली पहुंचा, तो वहां उल्टा पुलिस ने मेरे साथ गाली गलौज की और 10 हजार रूपए लेकर मामले को दबा देने की बात कहने लगे। पीड़ित पिता ने बताया की वह लंबे समय से न्याय के लिए भटक रहा है। लेकिन कहीं से उसे न्याय नही मिला। बता दें कि पीड़ित पिता ट्रेनों, बसों में किताबे बेच कर अपनी दोनों बेटिओ की परवरिश करता है और दोनों बेटिओ की माँ कुछ साल पहले देहांत हो गया। वहीं आरोपी अपने परिजनों के साथ घर में घुस आया और लाठी डंडे से मुझे मारने लगा और धमकी दी की हम राजनैतिक पकड़ वाले है दोबारा थाने गए तो जान से मार दूंगा।
जब जिले की पुलिस से पीड़ित परिवार का यह विश्वास उठ गया की उसे न्याय मिलेगा तो उन्होने सूबे के मुख्यमंत्री
योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई है। अब देखना यह है की मासूम व उसके परिवार का मुख्यमंत्री दरबार से न्याय मिलता है या धमकी देने वाले आरोपी की बात सही साबित होगी की व राजनैतिक पैठ वाला है यह एक यक्ष प्रश्न है।