जिला मुख्यालय से मात्र पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थित है भीखमपुर गांव। इस गांव में योगी सरकार का महात्वाकांक्षी एन्टीभूमाफिया अभियान पूरी तरह बेअसर है। पांच एकड़ से अधिक खलिहान व अन्य सरकारी जमीनो पर जबंगो ने कब्जा कर पक्के निर्माण करा लिये है। राजस्व कर्मियों की रिपोर्ट पर ध्वस्तीकरण का आदेश भी हुआ लेकिन अधिकारियों की मिलभगत से इसे फाइलों में दबा दिया गया है।
दबंगो के हौसले इतने बुलन्द है कि सरकारी जमीन पर बने पुराने खण्डहर हो चुके भवनो को ध्वस्त कर उसपर पक्का निर्माण करा लिया है। राजस्व कर्मियों ने 115 सी के तहत उच्चाधिकारियों को अवैध कब्जे की सूचना दी। अवैध कब्जेदारो के खिलाफ 59 ख के तहत अवैध कब्जेदारो को नोटिस भी जारी की गयी। तहसीलदार के न्यायालय ने ध्वस्तीकरण का आदेश भी दिया लेकिन अधिकारी फाइल दबाकर बैठ गये। डीएम कृष्णा करुणेश ने ममाले को संज्ञान में लेकर एसडीएम सदर को कार्यवाई करने का निर्देश दिया है। भीखमपुर गांव में स्थित जिस पांच एकड़ सरकारी जमीन पर दबंगो ने कब्जा कर रखा है। उनमें तीन एकड़ जमीन खलिहान की है। आंगनवाड़ी और खाद गढ्ढे की जमीन को भी दबंगो ने नहीं छोड़ा।