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बलरामपुर

मुख्य वन रक्षक को जंगल घुमाना दलित युवक को पड़ा महंगा, वनकर्मियों ने की युवक की पिटाई

मुख्य वन रक्षक को जंगल घुमाना दलित युवक को पड़ा महंगा, वनकर्मियों ने की युवक की पिटाई

बलरामपुरApr 15, 2018 / 02:16 pm

Ruchi Sharma

balrampur
बलरामपुर. पूरे देश में दलित आरक्षण की मांग को लेकर सड़कों पर है और दलितों के उत्थान के लिए केन्द्र सरकार से लेकर प्रदेश सरकार तक कटिबद्ध है तो यूपी के बलरामपुर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। बलरामपुर में मुख्य वन संरक्षक को जंगल और जंगल में हो रहे अवैध कारनामों के बारे में जानकारी देना एक दलित क्षेत्रीय युवक को मंहगा पड़ गया।
सोहेलवा वन्य जीव प्रभाग में कार्यरत वनकर्मियों को क्षेत्रीय युवक की कार्यशैली इतनी नागवार गुजरी कि वनकर्मियों ने दलित युवक को दौड़ा दौड़ा उसकी पिटाई कर डाली। हद तो तब हो गई जब युवक की पिटाई करने के बाद उसे मलमूत्र पिलाने का काम किया गया। पीड़ित युवक किसी तरह वहां से भाग अपनी जान बचाई और वन विभाग के उच्चाधिकारियों के साथ ही मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की है।
घटना सोहेलवा वन्यजीव प्रभाग के भांभर रेंज का है। पचपेड़वा थाना क्षेत्र के ग्राम जूड़ी कुईया का रहने वाला गुरु प्रसाद ने बताया कि फारेस्ट विभाग के चीफ कंजर्वेटर कुरविला थामस से व्यक्तिगत संबंध है और चीफ कंजर्वेटर जब भी भांभर रेंज में आते थे तो मुझे अपने साथ जंगलों के लोकेशन के लिए ले जाते थे। जो वन विभाग के अन्य कर्मचारियों व अधिकारियों को नगवार गुजरती थी। उन्हें लगता था उनके द्वारा कराये जा रहे या किये जा रहे अनैतिक कार्याें की जानकारी चीफ कंजर्वेटर को दे रही है।
पीड़ित गुरुप्रसाद द्वारा उच्चाधिकारियों को दिये गये प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया है कि वो 8 अप्रैल को वीरपुर से चंदनपुर की तरफ अपने निजी कार्य से जा रहा था। इसी बीच फारिस्टर सूरज पाण्डेय,फारेस्टर गार्ड धर्मेन्द्र यादव ने गुरु प्रसाद को रोक लिया और दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। पीड़ित दलित युवक किसी तरह अपनी जान बचा कर भागने का प्रयास किया लेकिन वनकर्मी उसे पकड़ कर वीरपुर गेस्ट हाउस ले जाकर फिर उसकी पिटाई की। वनकर्मियों का मन यहां भी नहीं भरा और पीड़ित युवक को जातिसूचक गालियां देते इंसानियत को शर्मसार व अमानवीय व्यवहार करते हुए उसे पेशाब पिलाया गया।
पीड़ित युवक को जंगल के बीच रात के घंने अंधेरे के बीच छोड़ दिया और वनकर्मी वहां से फरार हो गये। पीड़ित युवक न्याय की गुहार लगाते हुए मुख्यमंत्री,वनविभाग के उच्चाधिकारियों के साथ जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। मामले पर सोहेलवा वन्य जीव प्रभाग के डीएफओ ने कहा की जानकारी मिली है। घटना के सम्बन्ध में पीड़ित को बुलाया है लेकिन अभी मिल नहीं पाए है। पीड़ित की शिकायत पर सम्बंधित के खिलाफ आगे की कर्रवाई की जाएगी। फिलहाल पूरे मामले पर चीफ कंज़र्वेटर देवीपाटन मंडल कुरविला थामस ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है घटना की जांच कराई जा रही है, जैसे ही जांच रिपोर्ट आ जाए तो रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। जब पूरा देश में दलित अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतर रहे तो सरकारी कर्मचारियों द्वारा दलित युवक की पिटाई करना इंसानियत को शर्मसार कर रही है।
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