मामला कुछ यू है की बांदा शहर की हरदौली स्थित काशीराम कॉलोनी के निवासी रामविशाल वर्मा अपनी नाबालिक लड़की को रिक्शे में लेकर बांदा एसपी कार्यालय पहुंचे व कालोनी की बहुचर्चित महिला सुमन वर्मा पर उसकी लड़की को स्कूल जाते समय पकड़कर जबरदस्ती जहरीला पदार्थ खिलाने का आरोप लगाते हुए कानूनी कार्ऱवाई की मांग की है। इस घटना के बारे में पीड़ित किशोरी के पिता रामविशाल वर्मा का कहना है की कॉलोनी में सुमन वर्मा नाम की एक चरित्रहीन महिला रहती है। इस महिला के लड़के ने 20 अगस्त 2018 को उनकी नाबालिक लड़की के साथ दुष्कर्म का प्रयास किया था जिसपर सुमन का लड़का जेल गया था, पर अभी जमानत पर बाहर है। पिता ने बताया इसके बाद सुमना वर्मा ने उनसे सुलह का प्रयास किया था पर सुलह न करने पर उसने मुझपर दबाव बनाने के लिए अपनी छोटी लड़की का सहारा लेकर मेरे लड़के पवन पर छेड़खानी का मुक़दमा लगवाया था जो की अभी विचाराधीन है। इसके बाद सुमन ने सुलह न करने पर मेरी लड़की को जान से मारने की धमकी दी थी। धमकी पर मेरे द्धारा पुलिस को प्राथना-पत्र देकर सुरछा की गुहार लगाई थी। इसी के फल स्वरुप सुमन और उसकी छोटी लड़की ने उसकी लड़की को स्कूल जाते समय कालोनी के बाहर की सड़क में पकड़कर जबरदस्ती जहर खिलाकर जान से मारने का प्रयास किया है, जिसपर डाक्टर ने लड़की कोमकपूए रिफर कर दिया है।
पीड़ित लड़की के पिता का कहना है की सुमन वर्मा उसकी लड़की को इससे पहले भी दो बार जान से मारने का प्रयास कर चुकी है। पिता का इस महिला पर आरोप है की यह महिला शातिर, चरित्रहीन और बदमाश किस्म की महिला है और इसके घर में कई अराजत तत्वों का आना जाना है, जिसके भय से इसके खिलाफ कालोनी में कोई भी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं होता है । बताया की यह महिला लगभग आधा दर्जन लोगो को फर्जी व झूठे मामलो में फंसा चुकी है और अभी मौजूदा में इसके ऊपर कई मुक़दमे भी दर्ज हैं । पीड़िता के पिता ने इस महिला को पुलिस का दलाल भी बताया है और इतना ही नहीं बीजेपी विधायक पर इस महिला को सरंक्षण देने का भी आरोप लगाया है ।
इस घटना के बारे में पीड़ित किशोरी ने बताया की वह सुबह घर से स्कूल जा रही थी तभी सड़क पर कालोनी की रहने वाली सुमन वर्मा व उसकी छोटी लड़की ने बगल से आकर उसे धक्का दिया जिससे वह सड़क पर गिर गयी, फिर सुमन वर्मा ने उसे उठाते हुए रुमाल उसके मुँह के पास लगा दिया और सुमन और उसकी छोटी लड़की ने उसे जबरदस्ती कुछ खिला दिया, इसके बाद वह लड़खड़ाते हुए और उलटी करते हुए किसी तरह घर पहुंची, फिर मुझे अस्पताल में होश आया । वही इस मामले में ट्रामा सेंटर के डॉक्टर का कहना है की रोशनी नाम की नाबालिक किशोरी को किसी ने जहर खिलाया हुआ था, उसका अस्पताल में उपचार किया गया है, हालत में सुधार न होने पर उसे कानपुर रिफर कर दिया गया है ।
इस घटना से पुलिस की कार्यशैली पर भी सवालिया निशान उठना लाजिम है क्यूंकि कालोनी में सेक्स राकेट का संचालन कोई नई बात नहीं है और इस महिला के ऊपर कई आरोपों के बाद भी पुलिस का कार्ऱवाई के नाम पर अपना पल्ला झाड़ना और पीड़ित पछ द्धारा कई बार सुरछा की गुहार लगाने के बाद भी इस तरह की घटना का दिन दहाड़े होना कई सवाल खड़े करता है । इससे क्या माना जाए की ये महिला वास्तव में एक अपराधी किस्म की महिला है और इसे पुलिस और बीजेपी विधायक का सरंक्षण प्राप्त है या फिर ये सभी सिर्फ आरोप ही है, ये तो अब जांच का विषय ही है । इस महिला की दबंगई और गुंडागर्दी की जानकारी के बाद भी बांदा पुलिस का हाथ में हाथ रखकर बैठना तो यही सिद्ध करता है की कही न कही सत्ताधारी लोगों के दबाव के चलते पुलिस भी नतमस्तक है और इस महिला के हौसले बुलंद है।