मृतक के परिजनों ने बताया कि किसान खेती किसानी करके नरेंद्र अपने परिवार का पेट पालता था। इस बार फसल नहीं हुई थी, जिसके चलते उस पर कर्ज चढ़ता जा रहा था। नरेंद्र ने बैंक से उसने लगभग 2.50 लाख लोन लिया। सूदखोरों का भी कर्जा था। कर्ज न भर पाने से वो काफी समय से तनाव में चल रहा था। फसल चौपट होने की वजह से घर में खाने तक को नहीं था। वह बहुत परेशान था। वह खेत गया था, वापल लौटा तो हार्ट अटैक से उसकी मौत हो गई।