आपको बता दें कि बांदा जनपद में दो दर्जन मोरंग खदान संचालित है जहां रात-दिन नदी का सीना छन्नी कर मोरम निकाली जा रही है। जनपद में पानी के लिए त्राहि-२ मची हुई है, लोगों को पानी नहीं मिल पा रहा है। इसी समस्या को लेकर बीते दिनों बांदा डीएम ने नदी किनारे बने पम्प कैनलों का निरीक्षण किया था व मशीनों की मरम्मत को शासन को लिखा था जिसपर प्रमुख सचिव ने बांदा आकर धनराशि उपलब्ध कराइ थी।
निरीक्षण के दौरान बांदा डीएम ने नदी किनारे सब्जी उगाने वालो पर जलधारा काटने का आरोप लगाया था व नदी की सफाई कराकर जलधारा को सही रास्ता दिखाया था। जनपद में पानी की किल्लत को लेकर किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विमल शर्मा ने अवैध खनन को जिम्मेदार बताया था व इसपर रोकथाम के लिए शहर के अशोक लाट तिराहे पर एक हफ्ते पर अनशन पर बैठे थे व मांग न पूरी होने पर जल सत्याग्रह आंदोलन की चेतावनी प्रशासन को दी थी।
इसी के तहत आज सैकड़ों किसानों ने अशोक लाट से जुलुस निकालकर कलेक्ट्रेट में जाकर प्रदर्सन किया वतथा इसके बाद किसानों का हुजूम पैदल यात्रा कर केन नदी पंहुचा जहां नदी की जलधारा में बैठकर अवैध खनन पर अपना विरोध प्रकट करते हुए हजल सत्याग्रह आंदोलन किया।