बांदा जिला पानी की किल्लत से जूझ रहा है, यहां पानी की जबरदस्त किल्लत चल रही है, लोग पानी के लिए मरने मारने पर उतारू हैं । ऐसे में शहर के सबसे बड़े और पानी से लबालब भरे तलाब में अचानक हजारों मछलियां मर जाती है और पूरा पानी प्रदूषित हो जाता है । इस घटना को घटित हुए तीन दिन बीत गए है ।
सैकड़ों की आबादी वाले मोहल्ले के लोगों का गंध से जीना दूभर है । वहीं बांदा डीएम को इसकी जानकारी ही नहीं है । दरअसल स्वराज कॉलोनी मोहल्ले में स्थित साहब तालाब में बगल में स्थित एफसीआई के गोदाम से केमिकल बह कर आता है । इसके अलावा तालाब में हर तरह का कचडा भी फेंका जाता है। मोहल्ले वालों का कहना है कि प्रदूषित पानी की वजह से हजारों की तादात में मछलियां मर गई हैं । वहीं भीषण दुर्गंध से लोगों का जीना मुहाल हो गया है।
एक ओर योगी सरकार बुंदेलखंड में पानी की समस्या को दूर करने का दम भर रही है, तो दूसरी ओर आला अधिकारी पानी की समस्या को दूर करना तो दूर उल्टे लापरवाही पर झूठ का पर्दा डालने में लगे हुए हैं। तालाब में मछलियां मरे हुए तीन दिन बीत चुके है लेकिन अभी तक कोई भी नगर पालिका अधिकारी या कर्मचारी इस तालाब की सफाई कराने नहीं पंहुचा। जिससे बांदा नगर पालिका और प्रशासन की
कार्य शैली पर सवालिया निसान उठना लाजिम है। जब इस बारे में बांदा करने पर डीएम दिव्य प्रकाश गिरी से जानकारी मांगी गयी तब पहले तो उन्होंने इस मामले की जानकारी होने से ही इंकार कर गए, लेकिन कुछ समय बाद ही बताने लगे कि स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच के लिए भेजी गई है ।