शव के साथ अस्पताल प्रशासन की क्रूरता, नहीं मिली एंबुलेंस तो ऐसा ले गए शव.
Banda
बांदा. बांदा ट्रेन दुर्घटना में मृत वृद्ध के शव को रिक्शे से पोस्ट-मार्टम हाउस तक ले जाने की खबर का असर हुआ है और इस पूरे मामले में जिलाधिकारी ने जांच के आदेश दिए हैं और एसडीएम सदर को जांच सौंपी है। आपको बता दें की बाँदा में एक बार फिर इंसानियत को शर्मशार कर देने वाली तस्वीर सामने आई हैं। यहाँ एक लाश को खुले रिक्शे में रख जीआरपी पुलिस कल पूरा शहर घुमाती रही। इस दौरान रिक्शे में लाश एसपी आवास, डीआईजी ऑफिस, आवास, कमिश्नर आवास, पुलिस लाइन, कमिश्नरी व कई वीआईपी इलाकों के सामने से गुजर गयी, लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान देने की कोशिश नहीं की। इस दौरान शहर पुलिस समेत कई वीआईपी गाड़ियां भी लाश के अगल-बगल से गुजरीं लेकिन सभी इसको नजरअंदाज कर निकल गए।
एम्बुलेंस सेवा पर किया फोन, नहीं आया कोई जवाब-
दरअसल बीती रात करीब 9 बजे रेलवे स्टेशन में अतर्रा क्षेत्र से एक डेड बॉडी आई। बताया गया कि मृतक की मौत अतर्रा स्टेशन के पास ट्रेन से गिरकर हुई। मृतक की पहचान महोतरा निवासी रामआसरे के रूप में हुई। वहां से मृतक के शव को ट्रेन से बाँदा जीआरपी लाया गया और इसके बाद जीआरपी पुलिस ने लाश ले जाने के लिए 108 समेत सभी एम्बुलेंस सेवाओं को फोन लगाया, लेकिन कोई भी लाश ले जाने को तैयार न हुआ। जीआरपी सिपाही दिवाकर सिंह ने बताया कि 108 नंबर से भी हमें कोई रिस्पांस नहीं मिला। इसलिए सील बॉडी को रिक्शे में रख पोस्टमार्टम हाउस ले जा रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही हुई उजागर-
इस दौरान पुलिस की संवेदनहीनता भी सामने आयी थी। जब एक खुले रिक्शे में लाश को रख, पीछे एक अन्य रिक्शे में पुलिस वाले बैठ पोस्टमार्टम हाउस की ओर बॉडी को ले गए थे। अब देखने वाली बात होगी कि जांच के बाद क्या कुछ बातें सामने निकल कर आती है और दोषियों पर क्या कुछ कार्रवाई होती है। फिलहाल इस पूरे मामले से जहां एक ओर स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही उजागर हुई है। वहीं पुलिस प्रशासन की संवेदनहीनता भी नजर आई है। वहीं इस मामले में लोगों का कहना है कि यह बहुत ही शर्मशार कर देने वाली घटना है और इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही होनी चाहिए।