शिक्षण संस्थानों का नाम बदलने की अधिसूचना जारी
बता दें कि प्रदेश सरकार ने जिले व शिक्षण संस्थानों का नाम बदलने का फैसला करते हुए अधिसूचना जारी की है, सरकार के इस फैसले से जहां पूरे प्रदेश में छात्र इसका विरोध कर रहे है, वहीं आज बांदा में भी इंजीनियरिंग कॉलेज के नाम में बदलाव को लेकर समाजवादी छात्र सभा के छात्रों ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। छात्रों का कहना है की सूबे की सरकार जनता का ध्यान भटकाने के लिए जिले और शिक्षण संस्थानों के नाम बदलकर उनकी वास्तविक पहचान मिटाने में तुली हुई है।
साथ ही कहा कि अभी तक कई जिलों एवं शहरों के नाम बदल चुकी योगी सरकार अब महापुरुषों के नाम पर संचालित शिक्षण संस्थानों के नाम बदल रही है। उसी क्रम में बांदा जिले के अतर्रा कसबे में भारत रत्न बाबा साहब भीमराव आंबेडकर के नाम पर संचालित इंजीनियरिंग कॉलेज ऑफ इन्फार्मेशन एंड टेक्नालाजी का नाम बदलकर राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज करने की अधिसूचना जारी कर दी है। जिससे बाबा साहब में गहरा आघात लगा है।
मांग पूरी न होने पर आंदोलन करने पर होंगे बाध्य
वहीं बाबा साहब के नाम पर चर्चित इस कॉलेज की पहचान पर असर पड़ा है। छात्रों ने कहा की इंजीनियरिंग कालेज का नाम बदलने पर हम गहरा विरोध जताते हुए तत्काल नाम परिवर्तन की अधिसूचना को वापस लेने और कॉलेज का नाम यथावत करने का अनुरोध करते है, यही हमारी मांग न पूरी हुई तो आंदोलन करने पर बाध्य होंगे।
शिक्षण संस्थानों का नाम बदलने की तैयारियां शुरू
योगी सरकार मुगलसराय, इलाहाबाद और फैजाबाद के बाद अब शिक्षण संस्थानों का नाम बदलने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। जिसको लेकर बांदा जिलें के इंजीनियरिंग कॉलेज के नाम में बदलाव को लेकर समाजवादी छात्र सभा के छात्रों ने कलेक्ट्रेट में जमकर प्रदर्शन किया।