विधानसभा अध्यक्ष रमेशकुमार ने रामदास के बयान पर आपत्ति दर्ज करते हुए कहा कि बगैर कोई सबूत और कोई नोटिस दिए रामदास सदन में ऐसा आरोप नहीं लगा सकते है। विधानसभाध्यक्ष की इस चेतावनी के पश्चात रामदास ने बहस जारी रखते हुए कहा कि इंदिरा कैंटीन योजना में भोजन तैयार करना तथा इसकी आपूर्ति करने का ठेका कांग्रेस पार्टी के नेता के निकटवर्ती को सौंपा है जो घटिया भोजन की आपूर्ति कर फर्जी बिलों से करोड़ों की हेराफेरी कर रहा है।
केवल 100-120 लोगों को नाश्ता और भोजन मुहैया कर 1500 लोगों का फर्जी बिल बनाया जा रहा है। इस आरोप की पुष्टि के लिए वे सबूत पेश करने को तैयार हैं।संसदीय मामलों के मंत्री कृष्ण बैरेगौडा ने रामदास को चुनौती देते हुए कहा कि वे सदन में ऐसे सबूत पेश करें। कांग्रेस तथा भाजपा के सदस्यों के हंगामें के बीच ही कृष्ण बैरेगौडा की टिप्पणी पर रामदास ने इसे सदन की कार्यवाही से निकालने की मांग की और विधानसभाध्यक्ष की पीठ के सामने धरना दे दिया।
इस दौरान पीठासीन विधानसभा उपाध्यक्ष कृष्णा रेड्डी ने रामदास को कई बार अपने सीट पर लौटने की अपील की। लेकिन रामदास ने धरना जारी रखा तब विधानसभा उपाध्यक्ष ने मंत्री कृष्ण बैरेगौडा की टिप्पणी को सदन की कार्यवाही से हटाने के निर्देश दिए उसके पश्चात रामदास अपनी सीट पर लौट गए।