गौरतलब है कि कल ही भाजपा आलाकमान ने राज्य सभा चुनाव के लिए प्रदेश कोर कमेटी की सूची को खारिज कर दो नए व गुमनाम चेहरों को पार्टी का टिकट दिया है जिसे लेकर प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में आश्चर्य बना हुआ है।
निराणी ने मंगलवार को मैसूरु में कहा कि ईरण्णा कडाड़ी व अशोक गस्ती भाजपा के कट्टर कार्यकर्ता रहे हैं और उन्होंने निचले स्तर पर संगठन को मजबूतों बनाने में कड़ा परिश्रम किया है। उन्होंने कहा कि मीडिया में केवल कुछ लोगों के ही नाम दावेदारों के तौर पर प्रकाशित हो रहे थे लेकिन इन दोनों के नाम भी सूची में शामिल थेे।
टिकट आवंटन के लेकर कोई नाराज नहीं है। वे भी मंत्री पद के दावेदार रहे हैं लेकिन नहीं मिला तो दुख या नाराजगी नहीं है। पार्टी में परिश्रम करने वालों को निश्चित तौर पर पद मिलता है। उन्होंने कहा कि वे विधान परिषद चुनाव की चयन समिति में नहीं है लिहाजा इस बारे में कुछ नहीं कह सकते।
टिकट देने से असंतोष नहीं: जारकीहोली
जल संसाधन मंत्री रमेश जारकीहोली ने कहा कि राज्यसभा चुनाव में टिकटों के आवंटन को लेकर प्रभाकर कोरे, रमेश कत्ती व उमेश कत्ती में से कोई नाराज नहीं है। यह पार्टी का निर्णय है और इसे मानने के लिए सभी प्रतिबद्ध हैं।
राज्यसभा चुनाव में पार्टी के सामान्य कार्यकर्ता को टिकट देने से मेरे सहित सभी लोग खुश हैं और किसी के मन में नाराजगी नहीं है। आलाकमान जो भी निर्णय करता है उसे सभी स्वीकार करते हैं। कार्यकर्ताओ को टिकट देकर भाजपा ने इतिहास रचा है और दूसरे दल भी भाजपा से बहुत कुछ सीख सकते हैं।
कार्यकर्ताओं का उत्साहवद्र्धन होगा: अंगड़ी
केन्द्रीय रेल राज्यमंत्री सुरेश अंगड़ी ने कहा कि आम कार्यकर्ता को टिकट देने से पार्टी कार्यकर्ताओं में नए जोश व ऊर्जा का संचार हुआ है। चुनाव होने पर टिकट के कई दावेदार होते हैं पर आलाकमान के निर्णय के प्रति सभी को प्रतिबद्ध रहना होता है। टिकटों के आवंटन के बाद वे रमेश कत्ती व प्रभाकर कोरे से मिले हैं और सभी ने पार्टी संगठन को मजबूत करने का काम करने की बात कही है। प्रदेश कोर कमेटी के सूची भेजने पर आलाकमान ने जिलेवार प्रमुख कार्यकर्ताओं की सूची मांग ली और उसी में से उम्मीदवारों का चयन कर लिया। आम कार्यकर्ता को टिकट मिलने से सभी खुश है और किसी के मन में नाराजगी नहीं है।