इसलिए कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, शिवमोग्गा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस और वेनलॉक सरकारी अस्पताल स्थित लैबों की मदद भी ली जा रही है।१०-१५ फीसदी कोरोना वायरस संक्रमितउन्होंने बताया कि मुंबई और दुबई से लौटने के बाद क्वारंटाइन किए गए लोगों में से १०-१५ फीसदी कोरोना वायरस संक्रमित मिले हैं।
जिले में अब तक ४७ मामले सामने आए हैं। इनमें से एक मरीज की हृदयघात से मौत हो चुकी है। आने वाले दिनों में कोरोना मरीजों की तादाद बढऩे की उम्मीद है। इसलिए डॉ. टीएमए पई अस्पताल में भी जांच लैब शुरू करने की तैयारी जारी है।कुंदापुर तालुक सरकारी अस्पताल के एक भवन को १२५ बिस्तर वाले कोविड अस्पताल में बदला गया है।
करकला तालुक सरकारी अस्पताल में भी ७५ बिस्तर वाला विशेष ब्लॉक स्थापित करने पर काम जारी है। एसडीएम कॉलेज ऑफ आयुर्वेद में भी १०० बिस्तर की व्यवस्था की जा रही है जबकि भुवनेंद्र छात्रावास में ५६ बिस्तरों की व्यवस्था होगी। सभी ब्लॉक में चौबीस ं घंटे नर्स और चिकित्सक मौजूद रहेंगे।
महामारी अधिनियम के तहत निजी चिकित्सकों को भी ड्यूटी पर लगाया गया है।जगदीश ने बताया कि ३१ मई तक उडुपी को लोगों को उसी राज्यों में रहना पड़ेगा जहां वे फिलहाल हैं। क्योंकि पहले से क्वारंटाइन केंद्रों में रह रहे लोगों की जांच पूरी नहीं हुई है। केंद्रों में फिलहाल ज्यादा जगह भी नहीं है।