प्रक्रिया अस्पताल के लिवर प्रत्यारोपण सर्जन (Liver Transplant Surgeon) डॉ. आदित्य नरगुंड ने बताया कि 15 वर्ष पहले भी महिला के पेट से ट्यूमर निकला था। सर्जरी के कुछ वर्षों बाद लिवर भी ट्यूमर की चपेट में आ गया। दवाइयों से उपचार जारी था। समय पर ट्यूमर नहीं निकालने के कारण उसका आकार और वजन बढ़ता गया।
फेफड़ों पर दबाव के कारण वह ठीक से सांस नहीं ले पा रही थी। ट्यमर धीरे-धीरे लिवर को भी खराब कर रहा था। लिवर का प्रभावित हिस्सा भी निकालना पड़ा। धीरे-धीरे अपने आप लिवर का आकार बढ़ कर सामान्य हो जाएगा।