यहां शुक्रवार को उन्होंने कहा कि बेंगलूरु मध्य लोकसभा क्षेत्र में गत 10 वर्षों से सांसद होने के बावजूद क्षेत्र के विकास में सार्थक योगदान नहीं देने वाले पीसी मोहन की जीत से भी वे चकित हैं। इस जीत से यह स्पष्ट नहीं होता है कि क्षेत्र के मतदाताओं पर किस बात का प्रभाव होता है।
उन्होंने कहा कि चुनाव में हार के बावजूद वे राजनीति में सक्रिय रहेंगे तथा इस क्षेत्र में जिन्होंने जीत हासिल की है, उन पर क्षेत्र का विकास करने के लिए दबाव बनाते रहेंगे। हार ने उनके राजनीतिक संकल्प को और मजबूत किया है।
भूमि अधिग्रहण की चर्चा होने पर दुकानदारों ने दिया धरना
बेंगलूरु. शहर के टैनरी रोड स्थित दुकानदारों ने बेंगलूरु मेट्रो रेल निगम लिमिटेड (बीएमआरसीएल) के लिए भूमि अधिग्रहण होने की चर्चाओं के बाद ईदगाह परिसर में शुक्रवार को प्रदर्शन किया। उन्होंने हिदायत दी कि यहां की कीमती भूमि हथियाने और दुकान ढहाने नहीं दिया जाएगा।
इस सिलसिले में कर्नाटक वक्फ बोर्ड के प्रभारी कार्यकारी अधिकारी मोहम्मद नईम और बेंगलूरु उत्तर वक्फ बोर्ड समित के चेयरमैन सैयद शुजाउद्दीन ने ईदगाह जदीद प्रशासन समिति के पदाधिकारियों के साथ मंत्रणा की। बैठक के बाद बाद मोहम्मद नईम ने बताया कि टैनरी रोड पर ईदगाह और इसके चारों तरफ कमर्शियल कॉम्प्लेक्स है, जिसमें १५० से अधिक दुकान हैं। अगर बीएमआरसीएल को यह भूमि दी गई तो कॉम्प्लेक्स ढहा दिया जाएगा। इससे सैकड़ों लोग बेरोजगार होजाएंगे।
इस सिलसिले में बीएमआरसीएल को पत्र लिख कर एक इंच भूमि भी अधिग्रहण की अनुमति नहीं देने की जानकारी दी गई है। ईदगाह समिति को भी सूचित किया गया है कि वह वक्फ बोर्ड की अनुमति के बगैर कोई कदम नहीं उठाए।
समिति के पदाधिकारियों का कहना है कि बीएमआरसीएल ने बोर्ड को पत्र लिखने के बजाय सीधे दुकानदारों को नोटिस जारी कर दुकानें खाली करने को कहा है। जिससे दुकानदारों में गलतफहमी हो गई थी।
मेट्रो स्टेशन के लिए ४४ हजार वर्ग फीट की जगह की जरूरत है। इससे १६ से अधिकदुकानों को ढहाना पड़ेगा। किसी ने यह अफवाह उड़ा दी कि समिति के पदाधिकारियों ने किसी को कोई सूचना दिए गुपचुप समझौता कर भूमि अधिग्रहण की स्वीकृति दे दी है। दुकानदारों ने कहा कि वे दुकानें खाली नहीं करेंगे।