आधार कार्ड को लेकर विद्यालयों में शिविर भी लगाए जाएंगे। जिन छात्र-छात्राओं या स्टाफ के आधार कार्ड नहीं बने हैं, उनके आधार कार्ड बनाकर ही नए सत्र के लिए प्रवेश दिया जाएगा। जिन विद्यार्थियों के आधार कार्ड नहीं होंगे उन्हें छात्रवृति की सुविधा भी नहीं मिलेगी। आधार से लिंक होने के बाद विद्यार्थी ऑनलाइन हो जाएंगे, जिससे उन्हें हर गतिविधि या कार्यों की पूर्ण जानकारी मिल सकेगी।
आंगनवाडिय़ों में चल रहा विशेष अभियान राज्य में समेकित बाल विकास सेवाओं के अधीन संचालित आंगनवाड़ी केन्द्रों पर भी बच्चों के आधार पंजीयन का विशेष अभियान चलाया जा रहा है। उपखण्ड में संचालित 157 आंगनवाड़ी केन्द्रों में पंजीकृत 3 हजार 700 बच्चों को आधार से जोडऩे के लिए ग्राम पंचायतवार शिविर लगाकर बच्चों का पंजीयन किया जा रहा है।
READ MORE: VIDEO: MLSU: 5 साल में साढ़े आठ सौ पीएचडी, लेकिन राजस्थानी में सिर्फ एक नब्बे प्रतिशत के आधार नंबर तैयार राज्य सरकार के निर्देश पर सभी बच्चों के पूर्व में ही बैंक खाते खुलवा दिए थे। विद्यालय में अध्ययनरत 90 प्रतिशत विद्यार्थियों के आधार नम्बर प्राप्त कर लिए हैं। शेष के लिए भी प्रयास जारी हैं।
धन्नालाल रेगर, नोडल अधिकारी पदेन पंचायत प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारी, आंगनवाडिय़ों में लगा रहे शिविर ब्लॉक की 12 ग्राम पंचायतों में स्थित आंगनवाडी केन्द्रों पर शिविर लगाकर अब तक 1250 बच्चों का आधार नामांकन किया जा चुका है। शेष पंचायतों में भी निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार शिविर लगाए जाएंगे।
जितेन्द्र कुमार मीणा, सीडीपीओ, भीम