scriptसर्वश्रेष्ठ से कुछ भी कम स्वीकार नहीं करें: देवेन्द्र सागर | Accept nothing less than the best: Devendra Sagar | Patrika News
बैंगलोर

सर्वश्रेष्ठ से कुछ भी कम स्वीकार नहीं करें: देवेन्द्र सागर

राजाजीनगर में प्रवचन

बैंगलोरSep 27, 2020 / 03:45 pm

Santosh kumar Pandey

devendra.jpg
बेंगलूरु. शंखेश्वर पाश्र्वनाथ जैन संघ राजाजीनगर में आचार्य देवेंद्रसागर ने प्रवचन में कहा कि जिंदगी के सफर में नैतिक एवं मानवीय उद्देश्यों के प्रति मन में अटूट विश्वास होना जरूरी है। कहा जाता है-आदमी नहीं चलता, उसका विश्वास चलता है। आत्मविश्वास सभी गुणों को एक जगह बांध देता है यानी कि विश्वास की रोशनी में मनुष्य का संपूर्ण व्यक्तित्व और आदर्श उजागर होता है।
जब कोई आदमी ठीक काम करता है तो उसे पता तक नहीं चलता कि वह क्या कर रहा है पर गलत काम करते समय उसे हर क्षण यह ख्याल रहता है कि वह जो कर रहा है, वह गलत है। गलत को गलत मानते हुए भी इंसान गलत किये जा रहा है, इसी कारण समस्याओं एवं अंधेरों के अम्बार लगे हैं। लेकिन ऐसा ही नहीं है, कुछ अच्छे लोग भी हैं, शायद उनकी अच्छाइयों के कारण ही जीवन बचा हुआ है।
आचार्य ने कहा कि जीवन के बारे में एक मजेदार बात यह है कि यदि आप सर्वश्रेष्ठ वस्तु से कुछ भी कम स्वीकार करने से इंकार करते हैं तो अकसर आप उसको प्राप्त कर ही लेते हैं। हमें वह परिवर्तन खुद में करना चाहिए जिसे हम संसार में देखना चाहते हैं। जरूरत है, हम दर्पण जैसा जीवन जीना सीखें। उन सभी वातायनों एवं खिड़कियों को बन्द कर दें जिनसे आने वाली गन्दी हवा इंसान को इंसान नहीं रहने देती।
उन अर्थहीन चाहों को लक्ष्मणरेखा दें जिनके अतिक्रमण ने इंसान की सूरत को ही नहीं, सीरत को भी बिगाड़ा है, उसके जीवन को संकट में डाला है। इसीलिये इंसान के व्यवहार में इंसान को देखा जा सके यही आदमी की तलाश है और इसी तलाश की वर्तमान संकटकालीन दौर में ज्यादा जरूरत है।

Home / Bangalore / सर्वश्रेष्ठ से कुछ भी कम स्वीकार नहीं करें: देवेन्द्र सागर

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो