उन्होंने कहा कि जेल से जमानत पर या रिहा होकर आने वाले अपराधियों और अन्य समाजकंटकों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जाएगी। किसी क्षेत्र में कोई अपराध हुआ तो संबंधित सिपाही या सहायक उप निरीक्षक को जिम्मेदार ठहराया जाएगा। उन्होंने कहा कि व्यस्ततम और प्रमुख क्षेत्रों में खुफिया कैमरे लगाए जाएंगे। आलोक ने कहा कि बेंगलूरु पुलिस श्रेष्ठ कार्य कर रही है।
सिटी पुलिस आयुक्त ने कहा कि नागरिकों को पुलिस से भयभीत होने की जरूरत नहीं है। वे अपराध की पुलिस थाने जाकर रिपोर्ट अवश्य कराएं। नागरिकों से दुव्र्र्यवहार करने वाले पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई होगी।
उन्होंने कहा कि हर मामले की ईमानदारी से जांच होगी और रिपोर्ट दर्ज करने वालों को मोबाइल पर मामले की जांच कहां तक हुई, आरोपी की गिरफ्तारी, न्यायालय में सुनवाई, जमानतपर रिहाई या जमानत रद्द, आरोप-पत्र दाखिल करने और सजा की जानकारी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि पुलिस को नागरिकों से जुड़े रहने के लिए पुलिस को सोशल मीडिया के उपयोग को बढ़ावा देना चाहिए।