बैंगलोर

फूट डालो व राज करो की नीति अपना रहे सिद्धरामय्या: अमित शाह

भाजपा अध्‍यक्ष ने किया टिपटूर में नारियल उत्पादक किसानों के सम्मेलन को संबोधित

बैंगलोरMar 27, 2018 / 01:00 am

Sanjay Kumar Kareer

बेंगलूरु. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि विधानसभा चुनाव में सिद्धरामय्या को हार का डर सता रहा है। इसी वजह से वे लोगों की इच्छा के खिलाफ लिंगायत-वीरशैव समुदाय को विभाजित करने पर तुले हैं।
शाह ने अपने दो दिवसीय राज्य प्रवास के पहले दिन तुमकूरु जिले के टिपटूर में नारियल उत्पादक किसानों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस का यह कदम अंग्रेजी शासन के समान है जो फूट डालो व राज करो की नीति अपनाते थे। देश छोडऩे से पहले इन उपनिवेशकों ने लोगों व देश को धार्मिक आधार पर बांट दिया था और राज्य की सिद्धरामय्या सरकार भी वैसी ही गलती कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने राज्य में अपने पाँच साल के शासनकाल में इस मसले को नहीं उठाया लेकिन चुनाव करीब आने से अपने संकुचित राजनीतिक लाभ के लिए अब इस मसले को तूल दे रही है।
उन्होंने कहा कि यह इसी समुदाय के नेता येड्डियूरप्पा को दोबारा मुख्यमंत्री बनने से रोकने की साजिश है। लेकिन उनकी यह क्रूर योजना कभी कामयाब नहीं होगी। उन्होंने लिंगायत-वीरशैव समुदाय से मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या की योजना में नहीं फंसने की अपील करते हुए कहा कि सिद्धरामय्या का यह कदम वीरशैव-लिंगायत समुदाय के हितों के विरुद्ध है। सिद्धरामय्या अपने आपको को अहिंदा नेता कहते हैं लेकिन वास्तव में वे हिंदू विरोधी नेता हैं।
शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से भारत सूखे नारयिल का बड़ा निर्यातक बन गया है। केंद्र सरकार की किसान हितैषी नीतियों के कारण नारियल का मूल्य संवर्धन करके उससे विभिन्न उत्पाद बनाकर निर्यात किए जा रहे हैं। पूर्व में भारत को मलेशिया, इंडोनेशिया व श्रीलंका से नारियल का आयात करना पड़ता था लेकिन केंद्र सरकार ने अब इस पर रोक लगा दी है।
शाह ने नारियल उत्पादकों को भरोसा दिलाया कि केन्द्र सरकार कीटों के प्रकोप व नारियल की फसल के दामों में उतार चढ़ाव की समस्याओं का सामना कर रहे किसानों की सहायता करेगी और टिपटूर में नारियल अनुसंधान इकाई की स्थापना करेगी। उन्होंने कहा कि वे उनसे भाजपा को जिताने व पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बीएस येड्डियूरप्पा के हाथ मजबूत करने की अपील करते हैं। उन्होंने कहा कि अनुसंधान इकाई की स्थापना करने की जिम्मेदारी उन पर छोड़ दें। शाह ने कहा कि राज्य के लोगों के लिए अब वक्त आ गया है कि वे भ्रष्ट कांग्रेस सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंके और भाजपा को आशीर्वाद दें।
टिपटूर के कार्यक्रम में भाग लेने के उपरांत अमित शाह ने शिवमोग्गा के कविशैला का दौरा किया और राष्ट्रकवि कुवेंपु के जन्मस्थल कुप्पली में जाकर उनको श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर बी.एस. येड्डियूरप्पा, अनंत कुमार, सांसद प्रहलाद जोशी भी मौजूद थे। शाह ने बाद में तीर्थहल्ली का दौरा किया जहां उन्होंने सुपारी उत्पादकों के सम्मेलन को संबोधित किया और उनकी समस्याओं की जानकारी ली। शाह ने साम को शिवमोग्गा मे रोड शो में भाग लिया और बाद में व्यापार व उद्योग सम्मेलन को संबोधित किया।
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