अधिकारियों के विभागों को भ्रष्टाचार की रिपोर्ट पेश करने पर 1199 अधिकारियों को सेवा से निलंबित किया गया। 940 अधिकारियों पर विभागीय जांच की सिफारिश की है। इसी तरह कुल 815 अधिकारियों के खिलाफ प्रदेश के विभिन्न 35 न्यायालयों में आरोप पत्र दाखिल किया है जिन पर न्यायालयों में सुनवाई जारी है।
उन्होंने कहा कि एसीबी पुलिस थाने में दर्ज टी.डी.आर वितरण के विषय से संबंधित मामलों में पालिका के अधिकारियों के लगभग 150 करोड़ रुपए के 16 लाख वर्ग फीट भूमि वितरित किए जाने के मामले में 10 मामले दर्ज किए हैं। इस मामले में 15 सरकारी अधिकारियों और 59 निजी लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर न्यायालय में तीन आरोप पत्र दाखिल किए हैं। सात मामलों की जांच जारी है।
पालिका के बोम्मनहल्ली क्षेत्र के शहरी योजना विभाग के सहायक निदेशक देेवेन्द्रप्पा को 20 लाख रुपए रिश्वत लेते समय रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद पालिका के इसी विभाग में कार्यरत 40 अधिकारियों को उनके मूल विभागों को वापस भेेजा गया।
जागरूकता के लिए जनसभाएं आयोजित
उन्होंने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार को नियंत्रण में रखने के उद्देश्य से लोगों में जागरुकता पैदा करने के लिए विभिन्न दर्जे के अधिकारियों से 4,219 जन संपर्क सभाएं आयोजित की गईं। 133 विभिन्न सरकारी कार्यालयों पर छापे मार कर नकद 17 करोड़, 29 लाख, 68 हजार, 69 रुपए जब्त किए। एसीबी में 10 कानूनी विशेषज्ञ है और 42 सरकारी वकील हैं। शिकायत दर्ज कराने या सूचना देने वाले लोगों के नाम जाहिर नहीं किए जाते।