उन्होंने कहा कि कांग्रेस और जनता दल-एस के कार्यकाल के दौरान कचरा निस्तारण के लिए ४७ पैकेज बनाए गए थे। महापौर ने इन पौकेज को भी रद्द कर दिया, इससे समस्या को विकराल हो गई है। महापौरने कचरा निस्तारण, यातायात, जल आपूर्ति, झीलों के संरक्षण, नक्शों की त्वरित मंजूरी के बारे में कई तरह के वादे किए थे, लेकिन एक वादा भी पूरा नहीं हुआ। अगले माह या मार्च में पालिका का बजट पेश किया जाना है। महापौर ने इस संबंध में अभी तक एक बैठक भी नहीं की।