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बैंगलोर

महापौर की उपलब्धियां शून्य : अब्दुल वाजिद

बेंगलूरु में आज भी हजारों की संख्या में गड्ढे हैं। वाईट टॉपिंग के लिए रकम जारी नहीं हुई। महापौर या भाजपा के पार्षद मुख्यमंत्री बीएस येडियूरप्पा के समक्ष अपनी बात रखने का साहस नहीं जुटा पाते हैं और सीएम बीबीएमपी की समस्याएं सुनने को तैयार नहीं हैं। सीएम खुद अनुदान और मंत्रिमंडल को लेकर परेशान हैं।

बैंगलोरJan 09, 2020 / 08:42 pm

Surendra Rajpurohit

महापौर की उपलब्धियां शून्य : अब्दुल वाजिद

महापौर की उपलब्धियां शून्य : अब्दुल वाजिद

बेंगलूरु. बृहद बेंगलूरु महानगर पालिका (बीबीएम्पी) के नेता प्रतिपक्ष अब्दुल वाजिद ने कहा कि महापौरके तौर पर एम. गौतम कुमार के सौ दिन के कार्यकाल की उपलब्धियां शून्य हैं।


उन्होंने गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सौ दिन में तीन बार पालिका की मासिक बैठक, वार्डों की चार समीक्षा बैठक और अधिकारियों के साथ पांच बार बैठक के अलावा कुछ नहीं किया गया। बेंगलूरु में आज भी हजारों की संख्या में गड्ढे हैं। वाईट टॉपिंग के लिए रकम जारी नहीं हुई। महापौर या भाजपा के पार्षद मुख्यमंत्री बीएस येडियूरप्पा के समक्ष अपनी बात रखने का साहस नहीं जुटा पाते हैं और सीएम बीबीएमपी की समस्याएं सुनने को तैयार नहीं हैं। सीएम खुद अनुदान और मंत्रिमंडल को लेकर परेशान हैं।
वाजिद ने कहा कि शुक्रवार से पालिका के पास कचरा फेंकने की कोई जगह नहीं होगी। एम. गौतम कुमार के कार्यकाल में ही बेंगलूरु गार्बेज सिटी बनने वाला है। महापौर को कचरा निस्तारण और अन्य समस्याओं को गंभीरता से और ईमानदारी से हल करने की जरूरत है।
महापौर, उप महापौर और सत्तारूढ़ दल के सदस्य तीन अलग-अलग दिशाओं में चल रहे हैं। इनके बीच समन्वयन की कमी है। आयुक्त बीएच अनिल कुमार प्रशासन चला रहे हैं, दोनों के बीच मतभेद हैं। महापौर के बजाय आयुक्त ही कई बैठकें कर रहे हैं। इससे पहले लिए गए कई फैसलों को रद्द किया गया। शहर में विज्ञापन पर प्रतिबंध है। आयुक्त फिर से विज्ञापन की अनुमति देने की बातें करने लगे हैं।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस और जनता दल-एस के कार्यकाल के दौरान कचरा निस्तारण के लिए ४७ पैकेज बनाए गए थे। महापौर ने इन पौकेज को भी रद्द कर दिया, इससे समस्या को विकराल हो गई है। महापौरने कचरा निस्तारण, यातायात, जल आपूर्ति, झीलों के संरक्षण, नक्शों की त्वरित मंजूरी के बारे में कई तरह के वादे किए थे, लेकिन एक वादा भी पूरा नहीं हुआ। अगले माह या मार्च में पालिका का बजट पेश किया जाना है। महापौर ने इस संबंध में अभी तक एक बैठक भी नहीं की।

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