भवानी हर दिन घर पर दौड़कर अपनी सहनशक्ति पर काम करती हैं। उनकी शारीरिक गतिविधियां कभी-कभी उनके पड़ोसियों और दोस्तों को हैरान कर देती हैं।
भवानी ने कहा, ‘यह सब आपके जुनून को आगे बढ़ाने के बारे में है। कर्नाटक की एक लड़की का कश्मीर में शीतकालीन खेलों में जीतना मेरे जुनून के बारे में बताने के लिए काफी है। हमारे कर्नाटक में बर्फ नहीं है। मुझे हिमालयी राज्यों से प्रतिस्पर्धा करने वालों की तुलना में अधिक मेहनत करनी पड़ती है। वे पूरे वर्ष कश्मीर की यात्रा करने और स्की ढलानों पर जाने के लिए सर्दियों के महीनों का इंतजार करती हैं। स्कीइंग से उन्हें खुशी महसूस होती है। Gulmarg सर्वोत्तम स्की स्थल है।’
पहाड़ों के प्रति जुनूनी भवानी का औपचारिक रूप से पहाड़ों से तब परिचित हुआ, जब उन्होंने 2014 में राष्ट्रीय कैडेट कोर के सदस्य के रूप में उत्तराखंड में माउंट रुडेगेरा पर चढ़ाई की। एक साल बाद 2015 में, उन्होंने Darjeeling के हिमालय संस्थान से बुनियादी कोर्स किया और रेनोक चोटी पर चढऩे में कामयाब रहीं। वे अब Asian Championships and Olympics की तैयारी कर रही हैं और अगले ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने की इच्छा रखती हैं। India ने कभी भी cross country skiing के लिए क्वालीफाई नहीं किया है।