उन्होंने कहा कि चुनाव परिणामों से पहले ही प्रधानमंत्री पद के लिए नरेंद्र मोदी की घोषणा संघ परिवार के सिद्धांतों के विपरीत है। आम चुनाव हमेशा राष्ट्रीय मुद्दों पर लड़े जाते हैं। ऐसे में किसी व्यक्ति के नाम पर जनादेश मांगना तार्किक नहीं है। हालांकि इस बात में कोई दो राय नहीं है कि नरेंद्र मोदी ने देश को गत पांच वर्षों के दौरान पारदर्शी तथा कुशल प्रशासन दिया है।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार कांग्रेस वर्ष 1971 में भारत-पाकिस्तान की जंग में जीत का श्रेय इंदिरा गांधी को देते हैं, उसी तरह बालाकोट एयर स्ट्राइक का श्रेय मोदी को देने में कांग्रेस नेताओं को हिचकिचाहट नहीं होनी चाहिए। भट ने कहा कि जब 1971 में जंग हुई और भारत को जीत मिली, तो तत्कालीन विपक्ष के नेता अटल बिहारी वाजपेयी ने इंदिरा गांधी को दुर्गा कहा था।
उन्होंने कहा कि लेकिन मौजूदा विपक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस साहसी फैसले की तारीफ करना तो दूर इसके विपरीत एयर स्ट्राइक पर ही सवालिया निशान लगाए जा रहे हैं। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भाजपा के सांसदों को मोदी के नाम के बदले अपनी उपलब्धियों के आधार पर मत मांगना चाहिए।