बेंगलूरु्. राज्य के तीन दिवसीय दौरे पर आए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष
अमित शाह बुधवार को तबीयत खराब होने के कारण दौरा बीच में ही रद्द कर दिल्ली लौट गए। शाह सोमवार शाम प्रदेश के दौरे पर मेंगलूरु पहुंचे थे और उस वक्त भी उनकी तबीयत ठीक नहीं थी।
पार्टी की प्रदेश महासचिव व उडुपी-चिकमगलूर से लोकसभा सदस्य शोभा करंदलाजे ने पत्रकारों को बताया कि तेज बुखार से पीडि़त शाह को चिकित्सकों को आराम करने की सलाह दी थी। शाह को 104 डिग्री बुखार था और वे कफ की समस्या से भी पीडि़त थे। सोमवार को जब मेंगलूरु आए थे उस वक्त भी उन्हें बुखार था। हवाई अड्डे पर स्वागत करने आए कार्यकर्ताओं को भी शाह ने खराब तबीयत के कारण संबोधित नहीं किया था और सीधे कुक्के सुब्रमण्या के अतिथिगृह चले गए थे। बाद में चिकित्सकों ने स्वास्थ्य जांच कर दवा दी थी। मंगलवार को तबीयत ज्यादा ठीक नहीं होने के बावजूद शाह ने दक्षिण कन्नड़ जिले में कई पार्टी के कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया था।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक शाह होन्नावर से हुब्बल्ली गए और वहां से विमान से दिल्ली गए। शाह बुधवार को उत्तर कन्नड़ जिले में पार्टी के पार्टी के बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं को संबोधित करना था। शाह को गोकर्ण भी जाना था लेकिन तबीयत खराब होने के कारण दोनों कार्यक्रम रद्द कर दिए गए। हालांकि, बुधवार सुबह शाह ने उत्तर और दक्षिण कन्नड़ जिले के पार्टी के सोशल मीडिया विंग के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और उन्हें विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अपनाई जानी वाली रणनीति के बारे में बताया। इससे पहले शाह ने उडुपी के प्रसिद्ध श्रीकृष्ण
मंदिर में भी दर्शन करने गए। शाह पिछले साल दिसम्बर में संदिग्ध अवस्था मेें मृत पाए गए परेश मेस्ता के घर भी गए। मंगलवार को शाह ने दक्षिण कन्नड़ में कई सभाओं को संबोधित करते हुए सिद्धरामय्या सरकार पर तुष्टिकरण और कानून-व्यवस्था को लेकर घेरा था। शाह ने आरोप लगाया था कि सिद्धरामय्या सरकार सबसे भ्रष्ट है और तुष्टिकरण की नीति पर चल रही है।