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‘कालेधन को सफेद करने के लिए थी नोटबंदी’

locationबैंगलोरPublished: Nov 09, 2017 11:08:08 pm

मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर तानाशाही भरे फैसले करने और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को

CM Siddaramaiah

बेंगलूरु. मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर तानाशाही भरे फैसले करने और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को हाशिए पर धकेलने का आरोप लगाया है।


विमौद्रीकरण का एक वर्ष पूरा होने पर कांग्रेस द्वारा काला दिवस मनाने के क्रम में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सिद्धरामय्या ने कहा कि जेल जाकर आए अमित शाह, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष येड्डियूरप्पा जैसे नेता मिलकर प्रदेश सरकार पर छींटाकशी करते हैं, मगर हमें ऐसे नेताओं की सीख की जरूरत नहीं है। हम विपक्ष से किसी भी मुद्दे पर बहस को तैयार हैं। सरकार के कार्यक्रमों का लाभ आम जनता को मिला है और हमने जो कहा वह करके दिखाया है।भाजपा के नेता सोशल मीडिया पर झूठा प्रचार कर लोगों को गुमराह कर रहे हैं। अब उनका रंग उड़ गया है और सच्चाई सामने आ रही है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि नरेन्द्र मोदी ने कालेधन को सफेद करने के लिए नोटबंदी लागू की। धनवान लोगों ने हजारों करोड़ रुपए लूटकर जमा कर रखे थे और इसी कालेधन को सफेद करवाने में उनकी मदद करने के लिए अचानक ५००, १००० रुपए की मुद्रा रद्द कर दी गई। नोटबंदी करते समय मोदी ने चार मकसद बताए थे, लेकिन उनमें से कोई पूरा नहीं हुआ। देश में भ्रष्टाचार कम नहीं हुआ। कालेधन का हिसाब नहीं मिला।

आंतकवादियों के पास धन का बहाव नहीं रुका। जाली नोटों की संख्या भी पता नहीं चली। ऐसे में नोटबंदी करने से नतीजा निकला कि गरीबों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। 15 लाख से अधिक लोगों को रोजगार से हाथ धोना पड़ा। हजारों कंपनियां बंद हो गईं। इन तमाम हालात के लिए मोदी की नोटबंदी जिम्मेदार है।

कांग्रेस ने मनाया काला दिवस
हुब्बल्ली. नोटबंदी का एक साल पूरा होने पर बुधवार को कांग्रेस काला दिवस मनाया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने काली पट्टी बांधकर शहर के अम्बेडकर सर्कल से मिनी विधानसौधा तक रैली निकाली। इसके बाद राष्ट्रपति के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया।


कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष ए.एम हिन्डसगेरी तथा हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर जिलाध्यक्ष अल्ताफ हल्लूर ने कहा कि केंद्र सरकार व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले से लोगों को काफी परेशानी हुई। बैंकों की कतार में लगे करीब 150 लोग असमय मौत के मुंह में समा गए। इन सब परेशानियों के विरोध और नोटबंदी के तानाशाहीपूर्ण निर्णय का कांग्रेस पार्टी कड़ा विरोध करती है।


नोटबंदी से अर्थव्यवस्था को हुए नुकसान, बढ़ती बेरोजगारी व विकास ठप हो जाने जैसी जानकारी दी गई।
उन्होंने आरोप लगाया कि नोटबंदी के कारण बेरोजगारी बढ़ी है और कारोबार व उद्योग धंधे चौपट हो रहे हैं। शहरी क्षेत्रों के अलावा ग्रामीण अर्थव्यवस्था ध्वस्त हो गई और विकास कार्य ठप है। नोटीबंदी को लेकर प्रधानमंत्री को देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।


प्रदर्शन में विधायक प्रसाद अब्बय्या, विधान परिषद सदस्य श्रीनिवास माने, उत्तर पश्चिम कर्नाटक राज्य पथ परिवहन निगम के अध्यक्ष सदानंद डंगनवर, हुडा अध्यक्ष अनवर मुधोल, धारवाड़ ग्रामीण जिलाध्यक्ष एचवी माडल्ली, कांग्रेस नेता मुहम्मद युसूफ सवणूर, पी.के. रायनगौडऱ, पी.के रायनगौडऱ, जी. देवकी योगानंद, सीएस मेहबूब बाशा, महमुद कोलुर, बंगारेश हिरेमठ, विजय गुंट्राल, निरंजन हिरेमठ, सतीश मेहरवाडे, जे.डी इंगलगी, सरोजा हूगार समेत कई नेता व कार्यकताओं ने भाग लिया था।

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