बेंगलूरु मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट के आपातकालीन एवं गहन चिकित्सा इकाई (आइसीयू) के प्रमुख डॉ. रमेश जी. एच. के अनुसार चिकित्सकों और नर्सों सहित अस्पताल के कर्मचारियों को रक्त चढ़ाने से पहले रक्त और रक्त उत्पादों की जांच के मानक प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए। इसमें रक्त समूह, आरएच कारक, तिथि और तापमान का सत्यापन शामिल है। इसके अलावा, तापमान को बनाए रखना और रक्त को पिघलाने के बाद शीघ्र आधान सुनिश्चित करना प्राथमिकता देने के आवश्यक पहलू हैं।
डॉ. रमेश ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि कई अस्पतालों में अच्छी तरह से सुसज्जित आइसीयू, वेंटिलेटर और आवश्यक सहायक उपकरणों के साथ-साथ प्रशिक्षित गहन विशेषज्ञों की कमी है। उन्होंने सुझाव दिया कि प्रसूति केंद्रों में एक ब्लड बैंक शामिल होना चाहिए।
कुछ चिकित्सकों के अनुसार blood transfusion के दौरान स्त्री रोग विशेषज्ञ या अन्य संबंधित विशेषज्ञों का मौजूद रहना महत्वपूर्ण है। प्रक्रिया के दौरान हालात बेकाबू हो सकते हैं।