दाखिला ले चुके 10 हजार से भी ज्यादा विद्यार्थिर्यों को पाठ्य सामग्री नहीं मिली है। दूरस्थ शिक्षा विभाग के निदेशक डॉ. बी. सी. मयलरप्पा ने बताया कि मानव संसाधनों की कमी देरी का कारण बनी। इस बार से विद्यार्थियों को पुस्तक दी जाएगी न कि पुस्तकों की छायाप्रति।
यूजीसी के संबद्धता रद्द करने का यह भी एक बड़ा कारण था। बीयू फिर से वही गलती नहीं दोहराना चाहता है। पाठ्यक्रम सामग्री को वेबसाइट पर भी अपलोड करने सहित विद्यार्थियों की इसकी सीडी भी देने की योजना है।
दो से चार सप्ताह में विद्यार्थियों को पाठ्य सामग्री मिल जाएगी। बीयू पाठ्य सामग्री की गुणवत्ता से किसी तरह का समझौता नहीं करेगा।