इन तालाबों के लिए जमीन आवंटित करने वाले बाणावार ग्राम पंचायत के पूर्व अध्यक्ष तम्मण्णा, कैट फिश पालने वाले और इसकी आपूर्ति करने वालों के खिलाफ शिकायत दर्ज किया जाना चाहिए था। बावजूद इसके तालाबों के बगल वाली भूमि मालिक के खिलाफ सोलादेवनहल्ली पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया गया। मामले में जिस व्यक्ति मुत्तरायप्पा को आरोपी बताया गया है, उसकी आज से १५ साल पहले ही मौत हो चुकी है। काला तम्मनाहल्ली के सर्वे नंबर ७७ के मालिक तम्मण्णा को कैट मत्स्य पालन के लिए भूमि आवंटित की थी।
उसमें नारायण स्वामी तालाब बनाकर कैट फिश पाल रहा था। राजस्व अधिकारियों ने इन दोनों के खिलाफ मामला दर्ज नहीं करवाया, बल्कि राजस्व निरीक्षक और ग्राम लेखाधिकारियों की रिपोर्ट के आधार पर सर्वे नंबर ७६/२ के भूमि मालिक मुत्तरायप्पा के खिलाफ केस दर्ज किया गया।
मुत्तरायप्पा के दोनों पुत्र गंगाराज और चिक्कण्णा ने बताया कि उनके पिता मुत्तरायप्पा को मरे हुए १५ साल हो गए हैं। उनके पिता के खिलाफ एक षड्यंत्र के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इसलिए तीनों विभागों के खिलाफ न्यायालय में मानहानि की याचिका दायर करेंगे। बेंगलूरु उत्तर तहसील के सहायक आयुक्त नागराज ने बताया कि इस मामले की जांच होगी और संबंधित सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई
की जाएगी।