समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत एक ऐसा महान देश है जहां कई राज्य हैं जो एक दूसरे से भिन्न हैं और हर राज्य की अपनी एक अलग भाषा है। भिन्नता के होते हुए भी सभी एक हैं। यही हमारे देश की विशेषता है। बहुभाषी होने पर भी हिन्दी को ही राजभाषा का दर्जा दिया गया।
हिन्दी सरल होने के कारण इसका प्रयोग बढ़ा है सिर्फ साहित्य ही नहीं हर क्षेत्र में हिन्दी का प्रयोग बढ़ा है। अपनी भाषा की उन्नति ही देश की उन्नति का आधार है। उन्होंने खुशी जताते हुए कहा कि विजया बैंक में हिन्दी के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं और हिन्दी के प्रसार से विजया बैंक को यश प्राप्त हो रहा है। उन्होंने सभी से हिन्दी का प्रयोग बढ़ाकर विजया बैंक को विकास की ओर से ले जाने का अनुरोध किया।
क्षेत्रीय प्रबंधक बेप्टिस्ट लोबो ने सभी से हिन्दी के प्रसार में सहयोग देने को कहा। उन्होंने कहा कि राजभाषा हिन्दी के उत्कृष्ट कार्यान्वयन के लिए विजया बैंक को वर्ष २०१७-१८ के लिए (ग) क्षेत्र में प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि यह बड़े खुशी की बात है कि एम.ए. हिन्दी में स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाली गीता पाटिल को ५ हजार रुपये का नकद पुरस्कार व प्रमाण पत्र से सम्मानित किया जा रहा है। साथ ही बैंक की ओर से आयोजित हिन्दी प्रतियोगिताओं में बढ़-चढक़र हिस्सा लेने वाले विद्यार्थियों की सराहना की व विजेताओं को पुरस्कार देने की भी घोषणा की।
तत्पश्चात राजभाषा अधिकारी रमेश बाबू ने कार्यक्रम का संचालन किया, सहायक प्रबंधक सौरभ चंद्र ने वित्त मंत्री अरुण जेटली के हिन्दी संदेश को सभा तक पहुंचाया। सहायक शाखा प्रबंधक गौरव सिंह द्वारा केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा देशवासियों को दिए गए हिन्दी संदेश को समारोह तक पहुंचाया गया। हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में स्टाफ सदस्यों के लिए कई हिन्दी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया था। प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार दिए गए। कार्यक्रम का आयोजन सफल रहा। धन्यवाद ज्ञापन और उसके बाद राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।