सीएम ने रविवार को बताया कि आरोप गंभीर हैं और तब विपक्ष में रहे भाजपा नेताओं सहित कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धरामय्या ने भी विस्तृत जांच की मांग की है। जांच सीबीआइ को सौंपे जाने के संबंध में सोमवार को विधिवत आदेश जारी किए जाएंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता सिद्धरामैया ने राज्य की राजनीति में चर्चा का विषय बने इस मुद्दे पर कहा कि ‘फोन टैपिंग, मैं नहीं जानता। उन्हें जांच करने दें और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करें। हालांकि बाद में सिद्धारमैया ने एक ट्वीट कर कहा कि फोन टैपिंग एक गंभीर अपराध है। इस मामले की जांच होनी चाहिए और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
जद-एस से निष्कासित अयोग्य विधायक एएच विश्वनाथ के यह मसला उठाने के बाद भाजपा समेत कांग्रेस के नेताओं ने भी जांच करवाने की बात कही। विश्वनाथ ने सीबीआइ जांच करवाने के निर्णय का स्वागत किया है।