उन्होंने कहा कि पार्टी के समर्थन से विधान परिषद सदस्य बने संदेश नागराज भी निर्दलीय प्रत्याशी सुमालता अंबरीश के पक्ष में बातें करने लगे हैं। जबकि उन्होंने संदेश नागराज जब विधानसभा का चुनाव हार गए तब उनको राजनीतिक भविष्य दिलाने के लिए विधान परिषद का सदस्य बनाया था। लेकिन आज यही संदेश नागराज इस एहसान को भूलकर पार्टी के खिलाफ बाते करने लगे है।