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बैंगलोर

सत्तारुढ़ भाजपा को झटका, विपक्ष का पलड़ा रहा भारी

– दस शहरी निकायों के चुनाव परिणाम- कांग्रेस को 6, जद-एस को 2, भाजपा को एक निकाय में मिली जीत- बीदर में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी- शिवमोग्गा के दोनों निकायों में कांग्रेस जीती

बैंगलोरMay 03, 2021 / 01:55 am

Sanjay Kulkarni

Chief Electoral Officer gave instructions for counting votes

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बेंगलूरु. राज्य के दस शहरी निकायों के लिए हुए चुनाव में जहां सत्तारुढ़ भाजपा को झटका लगा। वहीं विपक्षी दलों का पलड़ा भारी रहा। भाजपा को सिर्फ एक निकाय में जीत मिली जबकि मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस को छह निकायों में स्पष्ट बहुमत के साथ सत्ता मिली। विपक्षी जद-एस को भी दो निकायों में विजय मिली। एक निकाय में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी। इन निकायों के लिए मंगलवार को चुनाव हुए थे। मुख्यमंत्री बीएस येडियूरप्पा के गृह जिले शिवमोग्गा के दो निकायों में विपक्षी कांग्रेस ने जीत दर्ज की। तीर्थहल्ली नगर पंचायत में २३ साल बाद भाजपा का वर्चस्व खत्म हो गया। राज्य के कई प्रमुख मंत्रियों के जिले में भी विपक्षी दलों ने जीत हासिल की।
शुक्रवार को मतगणना के बाद राज्य चुनाव आयोग ने परिणाम की घोषणा की। कुल 263 सीटों के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस ने 120, भाजपा ने 57, जद-एस ने 66 सीटें जीतीं जबकि 13 सीटें निर्दलियों ने जीती। बाकी 7 सीटों में 5 एआइएमआइएम और एक-एक सीट एसडीपीआइ और आम आदमी पार्टी को मिली। आम आदमी पार्टी को राज्य में पहली बार किसी चुनाव में जीत मिली है। आयोग की घोषणा के मुताबिक कांग्रेस को बीदर, रामनगर, भद्रावती, तीर्थहल्ली, बेलूर और गुडीबंडे में जीत मिली जबकि बीदर शहरी निकाय में स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने के बावजूद कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी। भाजपा को मडिकेरी और जनता दल-एस को चन्नपट्टण और देवनहल्ली में जीत मिली।
भाजपा के गढ़ में कांग्रेस का परचम
मुख्यमंत्री येडियूरप्पा के गृह जिले शिवमोग्गा के दोनों शहरी निकायों-भद्रावती और तीर्थहल्ली में विपक्षी कांग्रेस ने जीत दर्ज की। कांग्रेस भद्रावती नगर सभा में सत्ता कायम रखने में सफल रही और भाजपा के मजबूत गढ़ रहे तीर्थहल्ली नगर पंचायत में भी जीत दर्ज की, यहां पिछले दो दशकों से अधिक समय से सत्ता भाजपा के पास थी। भद्रावती के 34 वार्डों में से कांग्रेस ने 18, जद-एस ने 11, भाजपा ने 4 में जीत दर्ज की जबकि एक वार्ड में निर्दलीय उम्मीदवार जीता। तीर्थहल्ली नगर पंचायत का परिणाम भाजपा के लिए झटका रहा। निकाय के 15 वार्डों में से कांग्रेस ने छह पर जीत हासिल की जबकि भाजपा को सिर्फ छह सीटें मिलीं। भाजपा 23 साल बाद तीर्थहल्ली नगर पंचायत में सत्ता से बाहर हुई है।
चिकबल्लापुर जिले के गुडीबंडे स्थानीय निकाय के चुनाव में भी विपक्षी कांग्रेस ने जीत दर्ज की। 11 सीटों में से कांग्रेस ने 6 और जद-एस ने 3 सीटों पर जीत दर्ज की। निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतरे कांग्रेस के बागियों ने 2 सीटों पर ने जीत हासिल की। भाजपा ने सात वार्डों में उम्मीदवार उतारे थे लेकिन किसी सीट पर उसके उम्मीदवारों की जमानत नहीं बची।
रामनगर में रोचक रहा मुकाबला
रामनगर जिले के रामनगर नगर निकाय में कांग्रेस व चन्नपट्टण में जद-एस की जीत हुई। रामनगर के 31 में से 19 वार्ड में कांग्रेस ने जीत हासिल की जबकि जद-एस ने 11 और एसडीपीआई ने एक वार्ड में जीत हासिल कर पहली बार खाता खोला। भाजपा को एक भी सीट नहीं मिली। रामनगर के वार्ड नंबर ४ में कांग्रेस की प्रत्याशी लीला की 800 मतों के अंतर से जीत हुई। २7 अप्रेल को यहां मतदान के पश्चात ही लीला का निधन हो गया था। चन्नपट्टण नगर निकाय के 31 में से 16 वार्ड में जद-एस को जीत मिली। कांग्रेस तथा भाजपा को 7-7 और निर्दलीय को एक वार्ड में जीत मिली।
जद-एस के दुर्ग माने जाने वाले हासन जिले के बेलूर नगर निकाय में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिला है। कांग्रेस ने 23 में से 16 वार्ड में जीत हासिल कर यह निकाय जद-एस से छीन लिया। जद-एस को इस बार केवल 5 वार्ड में जीत हासिल हुई। भाजपा ने एक वार्ड में जीत हासिल कर खाता खोला जबकि एक वार्ड में निर्दलीय प्रत्याशी जीता। मडिकेरी नगर निकाय के 23 में से 16 वार्ड जीत कर भाजपा ने स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया। कांग्रेस तथा जद-एस को एक-एक सीट पर सफलता मिली है। 5 वार्ड में निर्दलीय प्रत्याशी जीते हैं। भाजपा ने यहां कांग्रेस और एसडीपीआइ गठबंधन से सत्ता छीनी।
बल्लारी में कांग्रेस को बहुमत
बल्लारी नगर निगम के चुनाव में कांग्रेस को जीत मिली तो बीदर में पार्टी सबसे बड़े दल के तौर पर उभरी। बल्लारी शहरी निकाय के चुनाव में कांग्रेस को 39 में से 21 वार्डों में जीत मिली जबकि भाजपा को 13 सीटें मिली। निर्दलियों के खाते में 5 सीटें गई। वार्ड संख्या तीन से कांग्रेस के बागी एम प्रभंजन कुमार 2802 मतों से जीते जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी और कांग्रेस के अधिकृत उम्मीदवार बसवराज गौड़ा बी को सिर्फ 1308 मत मिले। बल्लारी में कांग्रेस ने भाजपा से सत्ता छीन ली।

बीदर शहरी निकाय के 35 में से 33 वार्डों के लिए हुए चुनाव कांग्रेस 15 सीटों के साथ सबसे बड़े दल के तौर पर उभरी जबकि भाजपा को 9, जद-एस को 7, आम आदमी पार्टी और एआइएमआइएम को 1-1 सीटें मिली। बीदर जिले के हल्लीकेड नगर निकाय के एक सीट के उपचुनाव में कांग्रेस ने जीत दर्ज की। हावेरी जिले के हिरेकेरुर तालुक पंचायत के एक सीट के उपचुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत दर्ज की।
भाजपा सरकार के खराब प्रदर्शन से जनता का मोह टूट गया है। लोगों में कांग्रेस के प्रति भरोसा बढ़ा है। चुनाव परिणाम इसी के द्योतक हैं। ग्राम पंचायत चुनाव में भी कांग्रेस का प्रदर्शन अपेक्षा से बेहतर रहा था।
डीके शिवकुमार, प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस

मडिकेरी में पार्टी की जीत बड़ी उपलब्धि है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जनहितैषी नीतियों और मुख्यमंत्री बीएस येडियूरप्पा के विकास कार्यों का परिणाम है।
नलिन कुमार कटील, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा

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