पार्टी सूत्रों के मुताबिक मडिकेरी और बागलकोट सीट पर उम्मीदवार को लेकर पार्टी को विरोध का सामना करना पड़ रहा है। मडिकेरी में एच एस चंद्रमौली को टिकट देने का विरोध बृजेश कलप्पा के समर्थक कर रहे हैं। इसके अलावा बागलकोट जिले के बादामी से मौजूदा विधायक बी बी चिम्मनकट्टी ने मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या के लिए सीट छोडऩे पर सहमति जताई थी लेकिन पार्टी ने सिद्धरामय्या को सिर्फ मैसूरु के चामुंडेश्वरी से चुनाव लडऩे की अनुमति दी और बादामी से चिम्मनकट्टी का टिकट काटकर डॉ देवराज पाटिल को उम्मीदवार घोषित कर दिया।
इससे नाराज चिम्मनकट्टी समर्थक नाराज हैं और टिकट देने की मांग कर रहे हैं। इस बीच, पार्टी ने चामुंडेश्वरी में औचक सर्वे कराकर राजनीतिक स्थिति को जानने की कोशिश की है और उसके आधार पर सिद्धरामय्या को बादामी से टिकट देने पर विचार के संकेत दिए हैं। चिम्मनकट्टी समर्थकों के विरोध और सिद्धरामय्या को बादामी से टिकट मिलने की संभावना के कारण पार्टी ने पाटिल को अभी चुनाव चिह्न (बी-फार्म) नहीं दिए हैं। मंगलवार रात बादामी के पार्टी ने नेताओं ने सिद्धरामय्या से मुलाकात कर अपने क्षेत्र से चुनाव लडऩे की मांग की थी।
बुधवार को मैसूरु में संवाददाताओं से बातचीत में सिद्धरामय्या ने कहा कि बादामी के कार्यकर्ता उन पर चुनाव लडऩे के लिए दबाव डाल रहे हैं लेकिन वे आलाकमान को बता चुके हैं कि वे सिर्फ चामुंडेश्वरी से चुनाव लडऩा चाहते हैं। यह पूछे जाने पर कि अगर पार्टी उन्हें बादामी से टिकट देती है तो उनका क्या फैसला होगा, सिद्धरामय्या ने कहा कि अभी वे इस पर ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहेंगे। बताया जाता है कि बुधवार रात वेणुगोपाल सिद्धरामय्या से बादामी से चुनाव लडऩे और उम्मीदवारों को बदलने के बारे में चर्चा करेंगे और इसके बाद ही आलाकमान एक-दो दिनों में अंतिम फैसला लेगा।
——– आलाकमान भी असमंजस में
कांग्रेस ने पूर्व मंत्री तथा यहां से 5 बार चुनाव जीतने वाले बीवी चिमनकट्टी की दावेदारी खारिज करते हुए डॉ. पाटिल को टिकट देने की घोषणा कर सबको सकते में डाल दिया था। सूत्रों के मुताबिक पार्टी ने पाटिल जैसे नए प्रत्याशी को इसलिए टिकट दिया ताकि अंतिम क्षणों में अगर सिद्धरामय्या लडऩे का फैसला करें तो यहां कोई बगावत नहीं होगी। पार्टी को डर था कि एक बार टिकट देने के बाद चिमनकट्टी जैसे नेता को दरकिनार करना काफी महंगा साबित होगा। इसलिए उन्हें यहां से टिकट नहीं दिया गया है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार को कलबुर्गी में सिद्धरामय्या के बादामी से चुनाव लडऩे की संभावना को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि यह महज एक अफवाह है। खरगे ने मूल कांग्रेसी तथा नए कांग्रेसी जैसे किसी विवाद से इनकार करते हुए कहा कि सभी कांग्रेसियों का एकमात्र लक्ष्य भाजपा को सत्ता से आने में रोकना है। उल्लेखनीय है कि बादामी विधानसभा क्षेत्र में सिद्धरामय्या के कुरबा समुदाय के मतदाताओं की संख्या अधिक होने से वे इसे सुरक्षित मान रहे हंै। इस बीच, खबर है कि कांग्रेस आलाकमान ने सिर्फ एक जगह से चुनाव लडऩे की अनुमति मिलने के बावजूद पाटिल का बी-फॉर्म रोके जाने को लेकर सिद्धरामय्या से नाराजगी जताई है।