उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इतना ही देश की सबसे पुरानी पार्टी का दावा करने वाली कांग्रेस ने अपनी पार्टी विधायकों के फर्जी हस्ताक्षर लिए और अन्य दस्तावेज संलग्र किए। उन्होंने कहा कि मणिपुर में भी त्रिशंकु जनादेश आने के बाद कांग्रेस ने मणिपुर पीपुल पार्टी के समर्थन का फर्जी पत्र जारी किया था। हालंाकि बाद में कांग्रेस के इस फर्जीवाड़े का खुलासा हो गया और अब कांग्रेस ने कर्नाटक में भी यही खेल दोहराया है।
भाजपा को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करने के राज्यपाल के निर्णय का बचाव करते हुए जावड़ेकर ने कहा कि राज्यपाल ने नियमों के अनुसार निर्णय किया है। कर्नाटक में कांग्रेस और जनता दल (ध) का चुनाव पूर्व गठबंधन नहीं था बल्कि उन्होंने सिर्फ भाजपा को सरकार में आने से रोकने के लिए गठबंधन किया। चुनाव प्रचार के दौरान जहां कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कह रहे थे कि जद (ध) भाजपा की बी टीम है, वहीं अब कांग्रेस ने ही जद (ध) के साथ हाथ मिला लिया है। उन्होंने कहा कि दोनों दलों के नेताओं को कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
येड्डियूरप्पा ने सिद्धगंगा मठ जाकर लिया आशीर्वाद
बेंगलूरु. मुख्यमंत्री बीएस येड्डियूरप्पा ने गुरुवार को शपथ लेने के बाद तुमकूरु के सिद्धगंगा मठ में जाकर मठ प्रमुख डा. शिवकुमार स्वामी के दर्शन किए और उनसे आशीर्वाद लिया। ऐसे में येड्डियूरप्पा के इस दौरे को राजनीतिक तौर पर काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस मौके पर अनेक नव निर्वाचित विधायक भी उनके साथ थे।