कांग्रेस को समय से पहले लोकसभा चुनाव होने की आशंका
एक महीने में संगठन का पुनर्गठन करेगी कांग्रेस

बेंगलूरु. समय से पहले लोकसभा चुनाव होने की संभावना का अनुमान लगा रही कांग्रेस में जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत करने में जुट गई है। प्रदेश नेतृत्व में बदलाव के बाद अब पार्टी अगले एक महीने के दौरान जिला से ब्लॉक स्तर तक संगठन का पुनर्गठन करने की तैयारी कर रही है। शनिवार को प्रदेश कांग्रेस समिति के सदस्यों तथा व जिला व ब्लॉक अध्यक्षों की बैठक में अगस्त महीने तक जिला व ब्लॉक स्तरीय समितियों के पुनर्गठन का निर्णय लिया गया। साथ ही संगठन को सक्रिय व मजबूत बनाने के उपायों पर भी चर्चा हुई।
बैठक के बाद नव नियुक्त प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुंडूराव ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जिला स्तर पर संगठन का पुनर्गठन किया जाएगा। साथ ही ब्लॉक व जिला स्तर पर नेताओं को बैठक कर संगठन की स्थिति व पदाधिकारियों की सक्रियता के बारे में 15 अगस्त तक रिपोर्ट भेजने के लिए कहा गया है। इसके बाद नए पदाधिकारियों की नियुक्ति की जाएगी।
दिनेश ने कहा कि हमारा पक्के तौर पर मानना है कि लोकसभा के चुनाव इसी साल दिसम्बर माह में होंगे क्योंकि साढ़े चार सालों के शासनकाल में कुछ खास नहीं कर पाने के कारण नरेन्द्र मोदी की सरकार का मनोबल गिरा हुआ है।
मोदी को इस बात का डर है कि जिस तरह से 2014 में उनकी पार्टी लोकसभा व उसके बाद हुए विधानसभा चुनावों में जीती थी उस तरह इस बार जीत नहीं पाएगी लिहाजा वे समय से पहले चुनाव का विकल्प चुन सकते हैं। उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में कर्नाटक कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण होगा क्योंकि कांग्रेस भाजपा को हराने के लिए सभी धर्मनिरपेक्ष दलों को साथ लेकर वैकल्पिक सरकार बनाने का प्रयास करेगी।
उन्होंने कहा कि बैठक में 9 अगस्त को भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ पर जिला व 15 अगस्त को ब्लाक मुख्यालयों में ध्वजारोहण कार्यक्रम आयोजित करने को कहा गया है। उन्होंने बताया कि 3 से 5 अगस्त को उपमुख्यमंत्री जी. परमेश्वर, सिद्धरामय्या व प्रदेश प्रभारी महासचिव के. सी. वेणुगोपाल की उपस्थिति में राज्य के सभी 28 लोकसभा क्षेत्रवार बैठकें बुलाई जाएगी। इस दौरान पार्टी के उम्मीदवारों के चयन के बारे में राय एकत्रित की जाएगी।
सितम्बर माह मे राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में कार्यकर्ताओं के सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय किया गया है। उन्होंने बताया कि बैठक में शहरी निकायों के चुनावों तथा आगामी लोकसभा चुनाव में जनता दल-एस के साथ चुनावी गठबंधन के बारे में भी चर्चा की गई और इस संबंध में जिला स्तर के नेताओं की राय ली गई। शहरी स्थानीय निकायों के चुनावों में जद-एस के साथ गठजोड़ करने के मसले पर अगली समन्वय समिति की बैठक में चर्चा के बाद निर्णय किया जाएगा। रामनगर तथा जमखंडी विधानसभा सीटों के उपचुनाव के मसले पर भी चर्चा की गई। करीब 3 घंटे तक चली बैठक में तीन प्रस्ताव भी पारित किए गए।
केंद्र की राजग सरकार की विफलताओं का प्रस्ताव का जिक्र करते हुए कहा गया कि किसानों और आम लोगों की अपेक्षाओं को धूमिल करने का भी आरोप लगाया गया। विधानसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के लिए पार्टी ने भाजपा के दुष्प्रचार को दोषी करार दिया। प्रस्ताव में कहा कि भाजपा ने कांग्रेस को हिंदू विरोधी पार्टी के तौर पर प्रचारित किया जिसके कारण पार्टी अपेक्षा के अनुरुप प्रदर्शन नहीं कर पाई। प्रस्ताव में कहा कि भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए पार्टी ने जद-एस से गठबंधन किया। बैठक में प्रदेश प्रभारी महासचिव के.सी. वेणुगोपाल, पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या, उपमुख्यमंत्री जी. परमेश्वर, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष ईश्वर खंड्रे ने भी भाग लिया।
निगम-मंडलों में मनोनयन पर चर्चा संभव
बेंगलूरु. कांग्रेस कार्यसमिति की रविवार को दिल्ली में होने वाली बैठक में भाग लेने जा रहे प्रदेश के नेताओं के साथ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की बातचीत में मंत्रिमंडल विस्तार, निगम बोर्ड की नियुक्तियों के संबंध में विचार-विमर्श होने की संभावना है। बैठक के लिए कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धरामय्या शनिवार शाम ही दिल्ली रवाना हो गए। उनके अलावा उपमुख्यमंत्री जी. परमेश्वर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश गुंडूराव, प्रदेश प्रभारी महासचिव के.सी. वेणुगोपाल रविवार की बैठक के बाद प्रदेश के राजनीतिक हालात पर राहुल गांधी के साथ बातचीत करेंगे।
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