प्रदूषित पानी ने एक पखवाड़े में निगली 11 लोगों की जान
जिले के मुलबागत तहसील के एक गांव में ११ लोगों की मौत के लिए प्रदूषित पानी के सेवन को कारण माना जा रहा है। ये सभी मौतें एक पखवाड़े के दरम्यान हुई हैं। हालांकि जिला प्रशासन स्पष्ट तौर पर यह स्वीकार नहीं कर रहा है कि सभी ग्यारह लोगों की मौत प्रदूषित पानी के सेवन से हुई है।
प्रदूषित पानी ने एक पखवाड़े में निगली 11 लोगों की जान
प्रदूषित पानी ने एक पखवाड़े में निगली 11 लोगों की जान
मौत की वजह पर जिला प्रशासन की ना-नुकुर
कोलार. जिले के मुलबागत तहसील के एक गांव में ११ लोगों की मौत के लिए प्रदूषित पानी के सेवन को कारण माना जा रहा है। ये सभी मौतें एक पखवाड़े के दरम्यान हुई हैं। हालांकि जिला प्रशासन स्पष्ट तौर पर यह स्वीकार नहीं कर रहा है कि सभी ग्यारह लोगों की मौत प्रदूषित पानी के सेवन से हुई है।
राज्य के सीमावर्ती मुलबागल तहसील के गोड्डूर ग्राम पंचायत की व्याप्ति में एन. चमकलहल्ली नामक गांव के लोगों का दावा है कि गत दो सप्ताह में 11 लोगों की मौत हुई और इसकी वजह प्रदूषित पानी है। मामला उजागर होने के पश्चात कोलार जिला प्रशासन में हड़कंप मचा है।
ग्रामीणों की आशंका है कि मलजल निस्तारण की पाइप लाइन का दूषित पानी गांव को पेयजल आपूर्ति करने वाली पाइप लाइन में समा रहा है। लगभग 1500 आबादी वाले इस गांव में 250 मकान हैं। यहां एक नलकूप के पानी की आपूर्ति पाइप लाइन के माध्यम से की जाती है। ग्रामीणों के लिए यही एक मात्र पेयजल का स्रोत है। बीते कुछ दिनों से ग्राम वासियों को पेट में दर्द तथा उल्टियों की शिकायत है। गांव में सफाई पर पर्याप्त ध्यान नहीं देने के कारण भूजल भी प्रदूषित होने की आशंका है।
वहीं, शिकायत मिलने पर जिलाधिकारी, जिला स्वास्थ्य अधिकारी समेत वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों ने गांव का दौरा कर स्थिति का मुआयना किया है।
लैब भेजे गए पानी के नमूने
जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विजयकुमार के अनुसार नलकूप के पानी के नमूने परीक्षण के लिए प्रयोगशाला भेजे गए हैं। स्थानीय सरकारी अस्पताल में भर्ती हुए बीमार लोगों का रक्त भी परीक्षण के लिए भेजा गया है। गांव में शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है। गांव के निवासियों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए नि:शुल्क शिविर लगाया गया है।
Home / Bangalore / प्रदूषित पानी ने एक पखवाड़े में निगली 11 लोगों की जान