पुलिस के अनुसार ृमतकों की पहचान बेंगलूरु के चिक्कबाणावार निवासी विवेक नायक (४५), पत्नी रेशमा नायक (३८), पुत्री विनंतीव नायक (१०) और आठ साल के पुत्र के तौर पर की गई है। विवेक नायक एक निजी कंपनी में काम करते थे।
वे अपनी कार में परिवार के साथ हासन और बेंगलूरु के बीच सफर कर रहे थे, तभी चन्नरायपट्टण तहसील के उदयपुर गांव के पास उनकी कार हादसे का शिकार हो गई।
पुलिस का कहना है कि संभवत: नींद का झोंका आने के कारण कार विवेक के नियंत्रण से बाहर हो गई और तेज रफ्तार के साथ सडक़ किनारे बने सार्वजनिक शौचालय से जा टकराई। टक्कर इतनी जबर्दस्त थी कि कार पलट गई और पेट्रोल टैंक फटने से उसमें आग लग गई। कार में सवार विवेक और उनके परिवार को बाहर निकलने का मौका ही नहीं मिला।
बताया गया है कि विवेक, रेशमा और उनकी पुत्री की कार में जलने से ही मौत हो गई। दुर्घटना के बाद वहां मौजूद लोगों ने आग पर काबू पाने का प्रयास किया और विवेक के पुत्र को किसी तरह बचा कर बाहर निकालने में कामयाब रहे लेकिन अस्पताल ले जाते समय उसने भी दम तोड़़ दिया था।
सूचना मिलने पर हासन के जिला पुलिस अधीक्षक प्रकाश गौड़ा अग्निशमन बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे। उस समय तक सब कुछ खत्म हो चुका था। गौड़ा ने बताया कि तेज गति में कार चलाने के कारण यह हादसा हुआ।