राज्य की जनता ने भी इस शो का मजा उठाया लेकिन मुख्यमंत्री कुमारस्वामी को यह स्पष्ट करना होगा कि उनकी ओर से धान बुवाई करने से किसानों की सभी समस्याओं का समाधान होगा। ऋण भार से परेशान किसानों को मुख्यमंत्री कुमारस्वामी के इस नाटक से कोई राहत नहीं मिलेगी। किसानों की ऋण माफी योजना को लेकर कोई स्पष्टता नहीं होने के कारण इस योजना का लाभ किसानों को नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री दो-तीन माह में राष्ट्रीयकृत बैंको से लिए किसानों के ऋण माफ नहीं करेंगे, तो भाजपा इस मांग को लेकर राज्यव्यापी अभियान चलाएगी।
किसानों के नाम करेंगे जमीन : ईश्वरप्पा
पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता के एस ईश्वरप्पा ने कुमारस्वामी के किसानों के साथ धान रोपने को राजनीतिक स्टंट बताते हुए कहा कि अगर उन्हें किसानों की इतनी ही चिंता है तो उन्हें ऐसे कदम उठाने चाहिए ताकि किसानों को सही मायने में फायदा मिल सके। ईश्वरप्पा ने कुमारस्वामी को चुनौती देते हुए अगर वे किसानों का भला चाहते हैं तो उन्हें सरकारी जमीन पर खेती करने वाले किसानों के नाम पर वह जमीन कर देनी चाहिए।
ईश्वरप्पा ने कहा कि जब कुमारस्वामी के ही नेतृत्व में भाजपा और जद-एस की गठबंधन सरकार थी तब भूमि सुधार कानून की धारा 192 ए में बदलाव किया गया था। हालांकि, इसके बाद बनी सरकारों ने इस बदलाव को लागू करने के लिए कदम नहीं उठाए। ईश्वरप्पा ने कहा कि खुद को किसानों का हमदर्द बताने वाले कुमारस्वामी ऐसा करते हैं तो इससे बैगर हुक्म जमीन पर खेती करने वाले किसानों को बड़ी राहत मिलेगी।