मौसम विभाग के अनुसार वायु चक्रवात का असर तटीय जिलों में देखा जा रहा है। उत्तर कन्नड़, दक्षिण कन्नड़, उडुपी, चिकमगलूरु आदि जिलों में चक्रवात के प्रभाव के कारण ही भारी बारिश हुई है। वहीं अगले ३६ से ४८ घंटों में इन जिलों में मानसून भी प्रभावी हो जाएगा जिससे फिलहाल अगले कुछ दिनों तक बारिश के आसार बने रहेंगे। हालांकि चक्रवात के असर को देखते हुए मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की चेतावनी जारी की गई है। वहीं, उत्तर कर्नाटक को फिलहाल बारिश के लिए इंतजार करना होगा। जब तक राज्य में मानसून पूरी तरह से सक्रिय नहीं होता तब तक उत्तर कर्नाटक के जिलों में बारिश की संभावना नहीं है।
दक्षिण अंदरुनी कर्नाटक के कई जिलों में बारिश हुई या बादल छाए रहे हैं। कोडुगू में पिछले २४ घंटे में १२.४७ मिमी बारिश हुई जबकि मडिकेरी में १९.१ मिमी, विराजपेट में १३.४ मिमी, सोमवारपेटमें ४.८३ मिमी बारिश हुई। हालांकि पिछले वर्ष की तुलना में इस बार कोडुगू में जनवरी से ११ जून के बीच हुई बारिश बेहद कम है। पिछले वर्ष इसी अवधि में जिले में ७६१.९ मिमी बारिश हुई थी जबकि इस बार २०५.७५ मिमी बारिश हुई है।
बादलों से से पटा बेंगलूरु का आसमान
मानसून की बाट जोहते बेंगलूरु में बुधवार को पूरे दिन आसमान बादलों से पटा रहा। हालांकि देर शाम तक शहर में बारिश न के बराबर हुई लेकिन तापमान अचानक से कमने से मौसम ठंडा हो गया। मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन चार दिनों तक शहर का अधिकतम तापमान २८ से २९ डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान २१ डिग्री सेल्सियस तक रहने की संभावना है।