निर्धारित करें जीवन का लक्ष्य
जय परिसर महावीर धर्मशाला में जयधुरन्धर मुनि के प्रवचन
निर्धारित करें जीवन का लक्ष्य
मात्र इच्छा रखने से ही मंजिल प्राप्त नहीं हो सकती लक्ष्य निरर्थक एवं दिशाविहिन नहीं होना चाहिए
बेंगलूरु. जय परिसर महावीर धर्मशाला में जयधुरन्धर मुनि ने कहा कि हर व्यक्ति जीवन का लक्ष्य निर्धारित करें। लक्ष्य निरर्थक एवं दिशाविहिन नहीं होना चाहिए। इच्छा एवं लक्ष्य में अंतर बताते हुए कहा कि मात्र इच्छा रखने से ही मंजिल प्राप्त नहीं हो सकती। लक्ष्य प्राप्ति के लिए धैर्य, आत्मविश्वास, इच्छाशक्ति एवं सम्यक पुरुषार्थ होना जरूरी है। सही दिशा से ही व्यक्ति की सही दशा संभव है। प्रात: कर्म विज्ञान कक्षा के कृतज्ञता समारोह में वक्ताओं ने कक्षा में किए गए ज्ञानार्जन से आए परिवर्तन की अनुभुव साझा किए। पर्युषण पर्वाराधना गुरुवार से होगी।
दीर्घ संयम वाली थीं साध्वी रतन कंवर
बेंंगलूरु. एसएस जैन ट्रस्ट शूले, अशोकनगर में एवं जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ के संयुक्त तत्वावधान में साध्वी जयश्री आदि ठाणा ५ के सान्निध्य में साध्वी रतन कंवर के दिवंगत होने पर शूले जैन स्थानक में गुणानुवाद सभा आयोजित की गई। मंगलाचरण के बाद साध्वी जयश्री ने प्रवचन में दिवंगत रतन कंवर को दीर्घ संयम पर्याय वाली व सेवानिष्ठ साध्वी बताया। मंत्री गौतमचंद ओस्तवाल ने साध्वी रतनकंवर को संपूर्ण प्रभावशाली जीवन झांकी व अनूठे स्मरण बता हार्दिक श्रद्धांजलि दी। शूले संघ अध्यक्ष यशवंतराज सांखला, रत्न संघ अध्यक्ष पदमराज मेहता सहित अन्य गणमान्यों व शूले संघ, रत्न संघ, समरथ संघ, साधुमार्गी संघ आदि ने श्रद्धांजलि दी। संचालन प्रेमचंद कोठारी ने किया। चार चार लोगग्स का कण्ठस्संग मोहनलाल चोपड़ा ने कराकर दिवंग चरित्र आत्माओं को श्रद्धांजलि दी। सभा में अलसूर, चामराजपेट, मलेश्वरम, सिटी, राजाजीनगर बसंतनगर आदि क्षेत्र से श्रावक उपस्थित थे।
संकल्प संगठन यात्रा
बेंगलूरु. तेयुप प्रभारी विकास सेठिया, हॉस्टल प्रभारी राजेश चावत ने संकल्प संगठन यात्रा के अंतर्गत बैठक में आगामी कार्यक्रम बताए। परामर्शक नवरत्न गांधी ने श्रावक निष्ठा पत्र पढ़ा। अध्यक्ष भगवतीलाल मांडोत, सभा अध्यक्ष लादुलाल बाबेल ने भी विचार व्यक्त किए।
Home / Bangalore / निर्धारित करें जीवन का लक्ष्य