मालूम हो कि पुजारी दक्षिण कन्नड़ जिले के प्रभारी मंत्री भी हैं। मुख्यमंत्री को भेजे गए पत्र में उन्होंने कहा है प्रतिबंध के कारण तटीय जिले में धार्मिक कार्यक्रमों पर बुरा असर पड़ेगा। उन्होंने नियमों में ढील का अनुरोध किया है।
पुजारी ने कहा कि प्रतिबंधों से भक्तों के धार्मिक ,संकल्पों को पूरा करने के लिए किया गया ‘यक्षगान’, नेमोत्सव, मूर्तियों की परिक्रमा और ब्रह्मलक्षोत्सव प्रभावित हुए हैं। इन समारोहों को प्रतीकात्मक तरीके से भी आयोजन करने की अनुमति नहीं दी जा रही है।
बता दें कि सरकार के आदेश के बाद मेंगलूरु नगर निगम ने पूर्व में धार्मिक कार्यक्रमों की दी गई अनुमति रद्द कर दी है।
मालूम हो कि एक महत्वपूर्ण फैसले में सरकार ने अगले आदेश तक गांव के मेलों और धार्मिक कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगा दिया है।
मालूम हो कि एक महत्वपूर्ण फैसले में सरकार ने अगले आदेश तक गांव के मेलों और धार्मिक कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगा दिया है।