अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन से आरंभ कार्यक्रम में समिरण ने स्वागत भाषण दिया। मिसबा ने मुख्य अतिथि का परिचय दिया और फातिमा ने हिंदी दिवस के विषय में जानकारी दी। सुनील तरुण ने कहा कि हिंदी हमारी मातृभाषा है, हमें हिंदी का सम्मान करना चाहिए। जिस देश के लोग अपनी भाषा का सम्मान नहीं करते, दुनिया उनका सम्मान नहीं करती।
इस अवसर पर उन्होंने अपनी काव्य रचनाएं सुनाकर कार्यक्रम में समा बांध दिया। डॉ रेखा सेठी ने अहिन्दी भाषी छात्र-छात्राओं को हिंदी कार्यक्रमों और प्रतियोगिताओं में बढ़-चढक़र हिस्सा लेने के लिए विशेष बधाई दी। महेंद्र कुमार ने अपने उद्बोधन में सभी को हिंदी दिवस की बधाई दी। हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ शब्बीर ने गत 15 वर्षों में कॉलेज द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित हिंदी दिवस कार्यक्रमों की याद ताजा की। सेजल ने पुरस्कार वितरण में सहयोग किया और फिज़ा ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। इस अवसर पर 6 सितंबर को संपन्न अंतरविद्यालीय एवं अंतर कॉलेजीय प्रतियोगिताओं के विजेतओं को पुरस्कृत किया गया। संचालन कृतिका और मयूरी ने किया।
हिंदी के सरल शब्द प्रयोग में लाएं
बेंगलूरु. रेल पहिया कारखाना में शुक्रवार को हिंदी दिवस मनाया गया। मुख्य अतिथि प्रधान मुख्य यांत्रिक इंजीनियर एसएन यादव ने राजभाषा प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। उन्होंने राजभाषा प्रदर्शनी के अवलोकन करते हुए कर्मचारियों द्वारा हिंदी में किए गए कार्यों की प्रशंसा करते हुए हिंदी में बेहतर कार्य करने के लिए बोलचाल एवं सरल शब्दों के इस्तेमाल पर जोर दिया। इसके बाद प्रधान मुख्य बिजली इंजीनियर, मुख्य राजभाषा अधिकारी रीता साहू ने रेल मंत्री व गृह मंत्री के हिंदी दिवस संदेश का वाचन किया।
इस अवसर पर बहुभाषी काव्य गोष्ठी में पहिया कारखाना के 30 कर्मचारियों ने कन्नड़, हिंदी, अंग्रेजी, मलयालम, तेलगु, बंगला व उर्दू में स्वरचित कविताओं का पाठ किया। प्रधान मुख्य यांत्रिक इंजीनियर ने बेहतर लेखन के लिए कर्मचारियों को प्रोत्साहित किया। वरिष्ठ राजभाषा अधिकारी तिरमल सिंह ने धन्यवाद दिया।