चिंतामणि के रहनेवाले डॉ. मनु को दो सप्ताह पहले कोरोना संक्रमित पाया गया था और बेंगलोर अस्पताल में उनका इलाज किया जा रहा था। उनके सहकर्मी में उन्हें शारीरिक अक्षमता पर काबू पाने वाले और जरूरतमंदों की सहायता के लिए याद करते हैं। उनका जन्म रिकेट्स नामक हड्डी रोग के साथ हुआ था और उन्हें चलने-फिरने के लिए सहारे की जरूरत पड़ती थी।
बताया जाता है कि डॉ. मनु कोरोना का टीका लगवा चुके थे। कर्नाटक रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने मृतक डॉक्टर के परिजनों के लिए मुआवजे के रूप में आर्थिक सहायता की मांग की है। मालूम हो कि कर्नाटक में बुधवार को 7345 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। जबकि 148 संक्रमितों की मौत हो गई। राज्य में पॉजिटिविटी दर 4.35 रही।