उप मुख्यमंत्री जी. परमेश्वर ने मठ में स्वामी से मुलाकात की। चिकित्सकों से उनके स्वास्थ्य की पूरी जानकारी ली। मुलाकात के बाद उन्होंने बताया कि उनकी सेहत में सुधार है। उम्र के इस पड़ाव पर भी वे उपचार में हर तरह का सहयोग कर रहे हैं। सांस लेने में तकलीफ और फेफड़ों में संक्रमण के कारण वे वेंटिलेटर पर हैं। परमेश्वर ने श्रद्धालुओं से अनुरोध किया कि स्वामी से मिलने के लिए वे मठ आने से बचें। उनके अनुसार चिंतित होने या घबराने जैसी स्थिति नहीं है।
स्वामी के निजी चिकित्सक डॉ. परमेश ने बताया कि स्वामी के स्वास्थ्य में अपेक्षा अनुसार सुधार तो नहीं है। पर संक्रमण का स्तर कम हुआ है। शरीर के लगभग सभी अंग सामान्य रूप से काम कर रहे हैं। उम्र और कमजोरी के कारण रोग प्रतिरोधक शक्ति घटी है। वे वेंटिलेटर पर हैं। आसपास हरकत हो तो आंखें खोलने की कोशिश करते हैं। बोलने का प्रयास करते हैं। बीजीएस अस्पताल के विशेषज्ञों और चेन्नई के डॉ. रेला इंस्टीट्यूट एंड मेडिकल सेंटर के डॉ. मोहम्मद रेला के मार्गदर्शन में उनका उपचार जारी है। स्वामी को बुधवार अल सुबह अस्पताल से मठ लाया गया था। वे अस्पताल में नहीं रहना चाहते थे। मठ में उपचार की सभी व्यवस्था की गई है। बुधवार शाम से ही मठ के बाहर हज़ारों की संख्या में श्रद्धालु जमे हुए हैं। वे स्वामी की एक झलक पाने के लिए आतुर हैं। स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ा दी है। श्रद्धालुओं को मठ के मुख्य द्वार पर ही रोका गया है।
गृह मंत्री एम.बी. पाटिल, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुंडूराव, पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टर और पूर्व मंत्री वी. सोमन्ना सहित कई नेता स्वामी की कुशल क्षेम पूछने मठ पहुंचे।
येड्डियूरप्पा ने की भारत रत्न देने की मांग
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बी.एस. येड्डियूरप्पा ने डॉ. शिवकुमार स्वामी को भारत रत्न देने की मांग की है। वे बेटे राघवेंद्र के साथ मठ पहुंचे। उन्होंने कहा कि इस मांग को वे प्रधानमंत्री के समक्ष रखेंगे। येड्डीयूरप्पा ने कहा कि वे स्वामी के दर्शन करने आए हैं। उनका आशीर्वाद लेने आए हैं। उनके जल्द ठीक होने की कामना करते हैं। गत वर्ष जनवरी में भी पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या ने प्रधानमंत्री को पत्र भेजकर स्वामी के लिए भारत रत्न की मांग की थी।