चीनी कंपनियों ने रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज में जो फाइलिंग की है, उसमें घाटा दिखाया है। जबकि इस दौरान शियोमी, ओप्पो और वीवो फोन बेचने वाली कंपनियों की लिस्ट टॉप पर रही हैं।
2020 की तीसरी तिमाही से 2021 के तीसरी तिमाही के आंकड़ों का विश्लेषण बताता है कि देश में हर दूसरा स्मार्टफोन चीनी कंपनियों का है। 2020 के तीसरे क्वार्टर में भारतीय स्मार्टफोन मार्केट में चीन की कंपनियों का हिस्सा 64 प्रतिशत था और साल भर बाद 2021 के तीसरे क्वार्टर में यह 63 फीसदी पर टिका हुआ है।
भारतीय स्मार्टफोन बाजार में हिस्सेदारी (तीसरी तिमाही 2021)
कंपनी हिस्सेदारी(प्रतिशत)
शियोमी 23
सैमसंग 17
वीवो 15
रियलमी 15
ओप्पो 10
अन्य 20
(स्रोत: काउंटर प्वाइंट रिसर्च)
मजबूत पॉलिसी की जरूरत
विशेषज्ञ बताते हैं कि स्मार्टफोन एप्लीकेशन प्रोसेसर प्रोडक्ट्स जैसे सेमी कंडक्टर चिप, स्क्रीन आदि का भारतीय बाजार तैयार करने की जरूरत है ताकि चीनी कंपनियों-शियोमी, ओप्पो, वीवो, रियलमी, वन प्लस का वर्चस्व खत्म हो।
भले ही चीनी कंपनियां भारत में मोबाइल मैन्यूफैक्चरिंग कर रही हैं, लेकिन नीतिगत खामियों का फायदा उठाकर कंपनियां चीन से पार्ट लाकर भारत में असेम्बलिंग कर प्रोडक्ट बाजार में उतार देती हैं। खामियाजा भारतीय कंपनियों को उठाना पड़ता है। उम्मीद है कि भारत सरकार की नीतियां इस खामी को जल्द दूर करंेगी।
– नवनीत पाठक, राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव, ऑल इंडिया मोबाइल रिटेलर ऐसोसिएशन