इसी प्रकार दूध उत्पादन में भारत विश्व में प्रथम स्थान पर है और दुनिया में कुल दूध उत्पादन में अकेले भारत की हिस्सेदारी १९ प्रतिशत है। उन्होंने दावा किया कि पिछले तीन वर्षों के दौरान डेयरी से जुड़े किसानों की आय में १३.७९ प्रतिशत की वृद्धि हुई है। आज हमारे सामने एक चुनौती है कि खेती, खासकर छोटे जोत की खेती को कैसे लाभप्रद बनाया जाए तथा ग्रामीणों युवाओं में खेती के प्रति रुझान पैदा किया जाए। उन्होंने इसके लिए हमें छोटे किसानों के खेत की उत्पादकता बढ़ाने के साथ कृषि लागत कम करने तथा किसानों को विभिन्न उत्पादों के बाजार भाव की नियमित जानकारी प्रदान करनी होगी।
उन्होंने कहा कि खेती को लाभप्रद बनाने के लिए किसानों को बाजार से जोडऩा होगा और उनके उत्पाद का उचित मूल्य मिल सके यह सुनिश्चित करना होगा। सिंचाई हेतु जल की उपलब्धता सुनिश्चित होने से किसानों की आय को दोगुना किया जा सकता है। इसके लिए भारत सरकार ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना-२०१५ लागू की है। इस अवसर पर केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री अनंत कुमार, केन्द्रीय सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्री डी.वी. सदानंद गौड़ा, केन्द्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री अनंत कुमार हेगड़े सहित भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ त्रिलोचन महापात्रा उपस्थित थे।