एफकेसीसीआई के अध्यक्ष सी.आर.जनार्दन के अनुसार हाल में 54 दिनों के लॉकडाउन से औद्योगिक क्षेत्र उबर नहीं पाया है। अब फिर से 7 दिन का लॉकडाउन हुआ तो औद्योगिक क्षेत्र के लिए घातक साबित होगा। इसका राज्य तथा देश की वित्तीय स्थिति पर भी बुरा असर होगा। इस क्षेत्र में कार्यरत कर्मचारी देश के विभिन्न राज्यों से आए हुए हैं। लॉकडाउन के कारण उन्हें परेशानी होगी।
लघु उद्योगों का देश तथा राज्य के सकल घरेलू उत्पाद में बड़ा योगदान है। औद्योगिक क्षेत्र में मंदी से देश तथा राज्य का विकास रुकेगा तथा जीडीपी की विकास दर में भारी गिरावट होगी। पहले ही लॉकडाउन के कारण विभिन्न औद्योगिक इकाइयां बंद करने की नौबत आ चुकी है।लॉकडाउन केंद्र, राज्य सरकार, उद्यमी तथा कर्मचारी किसी के हित में नहीं है। वाणिज्य क्षेत्र में लंबे समय तक गतिविधियां ठप होना किसी के हित में नहीं है।
अगर औद्योगिक इकाइयां नहीं चलेंगी तो निर्धारित समय में उत्पादों का निर्यात संभव नहीं होगा। इससे यह क्षेत्र पिछड़ जाएगा। गुजरात तथा तमिलनाडु में कोरोना संक्रमण की कर्नाटक की तुलना मे ंअत्यधिक गंभीर होने के बावजूद वहां औद्योगिक क्षेत्र पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया है इसलिए कर्नाटक में प्रतिबंध लगाना सही नहीं है।
बीस रेलवे पुलिस कर्मी कोरोना से संक्रमित बेंगलूरु रेलवे पुलिस के 20 कर्मचारी कोरोना से संक्रमित हुए हैं। रेलवे पुलिस के एसपी बोरलिंगय्या के अनुसार उनका कोविड अस्पतालों में इलाज चल रहा है। श्रमिक रेल की आवाजाही के दौरान विभिन्न रेलवे स्टेशन पर तैनात ये पुलिस कर्मचारी कोरोना वायरस से संक्रमित हुए है। साथ में अन्य राज्यों से आए यात्रियों को शहर के विभिन्न संस्थागत क्वारंटाइन क्षेत्र में ले जाते समय भी संक्रमित हुए है।