सुबह सीरवी समाज भवन में पंडित रवि के नेतृत्व में चेन्नई से आए विधिकारकों ने गणपति, नवग्रह एवं लक्ष्मी हवन की पूर्णाहुति दी। लाभार्थी किशोरकुमार परिहारिया नेे हवन में आहुति दीं। इसके बाद एचएसआर ले आऊट स्थित गणपति मंदिर से ध्वजा का वरघोड़ा निकाला। वरघोड़ा में हाथों में रंग बिरंगी छतरिया व सतरंगी कपड़ा लिए पारंपरिक वेशभूषा में नृत्य करते गैर नर्तक आकर्षण का केन्द्र रहे। महिलाओं ने माता के मंगल गीत गाते हुए वरघोड़े की शोभा बढ़ाई। अमर ध्वजा के लाभार्थी शोभाराम मिश्रीदेवी चोयल परिवार ने ध्वजारोहण किया तो माता के जयकारों से परिसर गूंज उठा। मंदिर में महाआरती की गई।
इसके बाद सीरवी समाज भवन में समारोह का शुभारंभ मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद डी. कुपेन्द्र रेड्डी नेे दीप प्रज्जवलन से किया। रेड्डी का समाज की ओर से अध्यक्ष फाऊलाल परिहारिया, सचिव लक्ष्मणराम आगलेचा, उपाध्यक्ष मांगीलाल चोयल, कोषाध्यक्ष ताराराम चोयल, सह कोषाध्यक्ष भुण्डाराम हाम्बड़ ने सम्मान किया। अध्यक्ष परिहारिया ने स्वागत किया। रेड्डी ने कहा कि क्षेत्र में छोटे से मंदिर से शुरुआत कर आज इतना बड़ा मंदिर व भवन बनाना समाज के सदस्यों के अथक प्रयास से ही संभव हुआ है। इस दौरान प्रभु पाद गोशाला राजराजेश्वरीनगर के संचालक आनंद कृष्णा दास एवं लीलाबाई चोयल का स्वागत किया गया। सचिव लक्ष्मणराम आगलेचा ने विचार व्यक्त किए। मंदिर में आईमाता सहित अन्य प्रतिमाओं की मनमोहक झांकिया सजाई गई। सह सचिव छैलाराम काग ने धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर नारायणलाल गेहलोत, डवराराम पंवार, अतिबेले वडेर के अध्यक्ष मूलाराम काग, नवयुवक मंडल के सचिव केनाराम मुलेवा, बाबुलाल सोलंकी, राजुभाई सहित गैर मंडल, महिला मंडल, सांस्कृतिक समिति के श्रद्धालु मौजूद रहे।