पिछले सोमवार को विशेष अदालत ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। इस बीच एसआइटी बेंगलूरु ने गौरी लंकेश हत्याकांड के सिलसिले में उसकी गिरफ्तारी के लिए प्रोटक्शन वारंट पेश किया। एजेंसियों को लगता है कि गौरी लंकेश के साथ-साथ डॉ. नरेंद्र दाभोलकर, गोविंद पंसारे और एमएम कलबुर्गी की हत्या में दक्षिण पंथी हिंदुवादी समूह का हाथ है, जिनकी सहानुभूति सनातन संस्था के प्रति है। गोंडलेकर की गिरफ्तारी के बाद महाराष्ट्र एटीएस ने कहा था कि वह इस समूह का एक प्रमुख सदस्य है।
सूत्रों का कहना है कि गौरी लंकेश हत्याकांश में उसका नाम आने के बाद एसआइटी को उसकी हिरासत मिल गई। इस बीच विशेष अदालत ने श्रीकांत पंगारकर (40) और अविनाश पवार (30) को गुरुवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
वहीं, महाराष्ट्र एटीएस ने बेंगलूरु एसआइटी द्वारा गौरी लंकेश हत्याकांड के एक अन्य आरोपी अमोल काले को गिरफ्तार करने के लिए वारंट हासिल कर लिया। एटीएस को काले से हथियार रखने के मामले में पूछताछ करनी है। हालांकि, दाभोलकर हत्याकांड की जांच कर रही सीबीआइ को काले की हिरासत मिल गई है। सीबीआइ की जांच पूरी होने के बाद एटीएस को काले की हिरासत मिलेगी।यह इस मामले में १३ वीं गिरफ्तारी है।
मनोरोगी को पीटा
बेंगलूरु. शहर के वाइट फील्ड एरिया में एक मनोरोगी को बच्चा चोर होने की आशंका पर भीड़ ने पेड़ से बांधकर पीटा। इसका एक वीडियो भी वायरल हो गया है। वीडियो में लोग हंसते हुए भी दिखाई दे रहे हैं। युवक को पुलिस ने छुड़ाया। मामले में चार लोग गिरफ्तार किए गए हैं। कुछ महीने पहले शहर के चामराजपेट में भी भीड़ बच्चा चोर के
शक में एक युवक को पीट-पीट कर मार दिया था। बीदर में भी ऐसी घटना हुई थी।