सिद्धरामय्या ने कहा कि इस हत्या के पीछे जिन लोगों का हाथ है, उनकी पहचान होनी बाकी है लेकिन एसआईटी के अधिकारी जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लेंगे। गौरतलब है कि रेड्डी ने दो दिन पहले बेंगलूरु में प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में कहा था कि एसआईटी को गौरी लंकेश की हत्या के आरोपियों के बारे में पुख्ता सुराग मिला है और उन्हें जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। गौरतलब है कि गौरी लंकेश की 5 सितंबर की शाम करीब से गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
इस बीच विधान परिषद के सभापति डी.एच. शंकरमूर्ति ने पूर्व मुख्यमंत्री धरमसिंह,पूर्व मंत्री कमरूल इस्लाम इसरो के पूर्व चेयरमैन यू.आर. राव व अन्य के निधन पर शोक प्रस्ताव पेश किया लेकिन इसमें गौरी लंकेश का नाम शामिल नहीं होने पर सत्तापक्ष के सदस्यों ने इसका विरोध किया। खाद्य व नागरिक आपूर्ति मंत्री यू.टी. खादर ने इस मसले को उठाते हुए गौरी लंकेश का नाम शामिल करने का अनुरोध किया। इस पर सभापति ने कहा कि पिछले सत्र व इस सत्र के बीच अनेक जाने-माने लोगों का निधन होने से कुछ नाम छूट सकते हैं। उन्होंने प्रस्ताव में गौरी लंकेश का नाम भी शामिल करने पर सहमति जताई।
कपड़ा फैक्टरी में आग से २० करोड़ का नुकसान
एक कपड़ा फैक्टरी में रविवार रात लगी भीषण आग से करोड़ों रुपए का सामान जलकर खाक हो गया। आग बुझाने के लिए ४० दमकलों को लगाया गया। कई घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। छुट्टी होने से उस वक्त फैक्टरी में कोई कर्मचारी मौजूद नहीं था। कोणनकुंटे के औद्योगिक क्षेत्र में स्थित फैक्टरी में लगी आग से करीब 20 करोड़ रुपए के नुकसान का अनुमान है। अग्निशमन अधिकारियों के मुताबिक सुरक्षा मानकों की अनदेखी के कारण यह दुर्घटना हुई है।
फैक्टरी में अग्निरोधक उपकरण भी उचित स्थान पर नहीं मिले। उन्होंने कहा कि इंडस्ट्रियल एरिया में हर तरह की सुरक्षा के इंतजाम बेहद जरूरी हैं। कई बार निर्देश देने के बावजूद कोताही बरती जाती रही है। इस फैक्टरी में करीब 400 कर्मचारी काम करते हैं। सोमवार को जब वे फैक्टरी पहुंचे तो वहां की हालत देखकर दंग रह गए।